बिहार राज्य के नवादा जिले के नावाडीह गांव में एक भयावह घटना घटी, जब भूख से परेशान हाथियों का झुंड गांव में घुस आया और उत्पात मचाने लगा। इन विशालकाय जानवरों ने न केवल कच्चे घरों को तोड़ा, बल्कि उसमें रखा अनाज भी चट कर लिया। इसके साथ ही, हाथियों ने गांव के आसपास के खेतों में लगी फसलों को भी बुरी तरह से नष्ट कर दिया। गांव के करीब 25 परिवारों के लिए यह घटना तबाही का कारण बन गई, क्योंकि अब उनके पास न तो सुरक्षित घर बचा है और न ही खाने के लिए अनाज।
वन विभाग भी हो गया परेशान
गांव के लोग बताते हैं कि हाथियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि वन विभाग के कर्मी भी इसे संभालने में असमर्थ थे। इस दौरान वन विभाग की टीम गांव में रातभर कैंप करती रही, ताकि हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और ग्रामीणों को हाथियों से बचने के उपाय बताए जा सकें। इसके बावजूद, हाथियों का आतंक कम नहीं हुआ और उन्होंने करीब छह घरों को पूरी तरह से तोड़ दिया। साथ ही, पास के खलिहान में रखी फसल को भी बर्बाद कर दिया।
वीडियों बनाने से हो जाते है आक्रामक
ग्रामिणों का कहना है कि ये हाथी झारखंड के रास्ते इस इलाके में आए हैं और अब वन विभाग की पूरी टीम इन पर कड़ी नजर रखे हुए है, ताकि उन्हें गया जिला की तरफ बढ़ने से रोका जा सके। वन विभाग ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाकुड़ा, पश्चिम बंगाल की रेस्क्यू टीम को भी सूचित किया है, जो आने में एक से दो दिन का वक्त ले सकती है। उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ ही दिनों में हाथियों का झुंड कोडरमा जंगल की ओर वापस लौट जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों का फोटो या वीडियो न बनाएं और उन्हें परेशान न करें, क्योंकि इससे हाथी और अधिक आक्रामक हो सकते हैं।