इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव करने जा रही है, जिससे कप्तानों की चिंता बढ़ सकती है। अब टेस्ट मैचों में भी फील्डिंग टीम को अगला ओवर शुरू करने के लिए 60 सेकंड के अंदर तैयार होना होगा। यह नियम पहले केवल व्हाइट-बॉल क्रिकेट (टी20 और वनडे) में लागू था, लेकिन अब आईसीसी इसे टेस्ट क्रिकेट में भी लागू करने जा रही है।
इस नए नियम के तहत, कप्तानों को अब ओवर के बीच में ज्यादा समय लेने की छूट नहीं मिलेगी। फील्ड सेटिंग या रणनीति बनाने के लिए अब उन्हें पिछला ओवर खत्म होने के बाद 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर शुरू करना होगा। फिलहाल कई कप्तान जानबूझकर फील्ड पोजीशनिंग में समय लेते हैं, जिससे खेल का समय बर्बाद होता है। लेकिन इस नियम के लागू होने से कप्तानों को तेजी से निर्णय लेने होंगे।
नियम उल्लंघन पर पेनल्टी
व्हाइट-बॉल क्रिकेट में इस नियम के तहत एक 60 सेकंड की उल्टी गिनती घड़ी का उपयोग किया जाता है, जिसे थर्ड अंपायर द्वारा कंट्रोल किया जाता है। यदि फील्डिंग टीम 60 सेकंड के अंदर ओवर शुरू करने के लिए तैयार नहीं होती है, तो उसे पहले दो चेतावनियाँ दी जाती हैं। उसके बाद हर उल्लंघन पर टीम को 5 रनों की पेनल्टी भुगतनी होगी। हालांकि, नई बैटिंग जोड़ी का क्रीज पर आना, ड्रिंक्स ब्रेक या खिलाड़ी की चोट जैसी स्थितियों में इस नियम से छूट मिलेगी।
टेस्ट क्रिकेट में समय की पाबंदी
आईसीसी का यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि टेस्ट मैचों में 90 ओवर पूरे किए जा सकें, जैसा कि व्हाइट-बॉल क्रिकेट में होता है। इससे मैचों की गति तेज होगी और खेल को निर्धारित समय में खत्म किया जा सकेगा।
अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी हो सकता है बदलाव
आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के फॉर्मेट में भी बदलाव पर विचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह टूर्नामेंट अब टी20 फॉर्मेट में खेला जा सकता है। हालांकि, कुछ सदस्य चाहते हैं कि इसे 50 ओवर के फॉर्मेट में ही रखा जाए। अगर बदलाव हुआ, तो वह 2028 के बाद लागू हो सकता है।