ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में होने वाला है, लेकिन टूर्नामेंट के बारे में कई सवाल उठ रहे हैं। टूर्नामेंट का आयोजन 19 फरवरी 2025 से शुरू होने की संभावना है, लेकिन अभी तक आधिकारिक शेड्यूल का ऐलान नहीं किया गया है। इसके साथ ही, एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है कि टूर्नामेंट का प्रारूप वनडे की जगह टी20 फॉर्मेट में बदल सकता है।
भारत का पाकिस्तान जाने से इनकार
आईसीसी की गाइडलाइन्स के मुताबिक, किसी भी टूर्नामेंट का शेड्यूल 100 दिन पहले घोषित किया जाना चाहिए। इसका मतलब था कि अगर टूर्नामेंट 19 फरवरी 2025 से शुरू होता है, तो शेड्यूल 12 नवंबर 2024 तक जारी किया जाना चाहिए था। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने से इनकार करने के कारण इस शेड्यूल की घोषणा में देरी हो रही है। भारत ने पाकिस्तान में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी मैचों के लिए अपनी भागीदारी से मना कर दिया है, जिससे टूर्नामेंट के आयोजन स्थल और शेड्यूल पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा, हाइब्रिड मॉडल की चर्चा भी की जा रही है, जिसमें कुछ मैच पाकिस्तान में और कुछ अन्य स्थानों पर खेले जा सकते हैं।
T20 फॉर्मेट में होने की संभावना
चैंपियंस ट्रॉफी के बारे में ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, टूर्नामेंट का प्रारूप वनडे की जगह टी20 फॉर्मेट में बदला जा सकता है। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, इस विवाद के समाधान में देरी होने के कारण, आयोजकों को अब यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा है कि क्या टूर्नामेंट को वनडे की बजाय टी20 फॉर्मेट में आयोजित किया जाए। हालांकि, यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि पहले भी ऐसी खबरें आई थीं कि चैंपियंस ट्रॉफी का अगला संस्करण टी20 फॉर्मेट में हो सकता है। लेकिन बीसीसीआई और पीसीबी के बीच विवाद के कारण यह बदलाव अगले साल से ही संभव हो सकता है।
हाइब्रिड मॉडल पर विचार
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन के लिए हाइब्रिड मॉडल पर भी विचार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान में मैच खेलने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद इस हाइब्रिड मॉडल की संभावना सामने आई है। इसके तहत, कुछ मैच पाकिस्तान में होंगे, जबकि अन्य मैच किसी तीसरे देश में आयोजित किए जा सकते हैं। पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए एक शर्त भी रखी है, हालांकि यह शर्त क्या होगी, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन को लेकर स्थिति अभी तक साफ नहीं हो पाई है। 11 दिसंबर तक इस मुद्दे का समाधान नहीं निकलने की संभावना जताई जा रही है, और यदि जल्द ही कोई फैसला नहीं लिया गया, तो टूर्नामेंट के प्रारूप और आयोजन स्थल के बारे में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टूर्नामेंट का आयोजन किस फॉर्मेट में होगा और क्या यह हाइब्रिड मॉडल के तहत खेला जाएगा।