PAN 2.0 में छपेगा QR कोड तो क्या खराब हो जाएगा पुराना कार्ड, जानें हर सवाल का जवाब

केंद्र सरकार ने PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी देकर टैक्स सेवाओं को सरल, तेज, और पेपरलेस बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इस पहल से पैन (Permanent Account Number) और TAN (Tax Deduction and Collection Account Number) से जुड़ी सभी सेवाओं को एकीकृत और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।

क्या है PAN 2.0 प्रोजेक्ट?

PAN 2.0 एक ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य पैन और टैक्स सेवाओं को अधिक प्रभावी और सुलभ बनाना है। इससे अब पैन से जुड़ी सभी सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध होंगी, जो डिजिटल इंडिया मिशन के तहत एक बड़ा बदलाव है।

क्या-क्या बदलाव होंगे?

  1. सिंगल पोर्टल:
    अब पैन और TAN से जुड़े सभी कार्य जैसे आवेदन, सुधार, सत्यापन, और आधार-पैन लिंकिंग एकीकृत पोर्टल पर होंगे।
  2. पेपरलेस प्रक्रिया:
    आवेदन और अपडेट की सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन होंगी, जिससे न केवल समय बचेगा, बल्कि प्रक्रिया भी सरल होगी।
  3. मुफ्त सेवाएं:
    • ई-पैन और पैन कार्ड सुधार जैसी सेवाएं मुफ्त उपलब्ध होंगी।
    • ई-पैन सीधे ईमेल पर भेजा जाएगा।
  4. QR कोड की सुविधा:
    पैन कार्ड में QR कोड तकनीक को और एडवांस बनाया गया है, जो पैन की जानकारी को त्वरित और सुरक्षित तरीके से सत्यापित करने में मदद करेगा। पुराने पैन कार्ड धारक भी इस सुविधा के लिए अपना कार्ड अपग्रेड करा सकते हैं।
  5. व्यावसायिक पहचान के लिए PAN:
    अब पैन को व्यापारियों और व्यवसायों के लिए एक सामान्य पहचानकर्ता (Unique Identifier) के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। यह व्यापारिक प्रक्रियाओं को और आसान बनाएगा।

पुराने पैन कार्ड धारकों पर असर

  • पुराने पैन कार्ड धारक मौजूदा पैन का उपयोग करते रह सकते हैं।
  • नाम, पता, या अन्य जानकारी में बदलाव मुफ्त में किया जा सकेगा।
  • QR कोड अपग्रेड की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

कैसे मददगार होगा PAN 2.0?

  1. तेज और सुलभ सेवाएं:
    एकीकृत पोर्टल पर सभी सेवाओं के उपलब्ध होने से लोगों को बार-बार भिन्न पोर्टल पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
  2. डाटा सुरक्षा और पारदर्शिता:
    डिजिटल प्लेटफॉर्म डाटा सुरक्षा को मजबूत करेगा और टैक्स सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ाएगा।
  3. व्यापारियों के लिए राहत:
    एक ही पहचानकर्ता के इस्तेमाल से व्यावसायिक प्रक्रियाएं तेज और सुविधाजनक होंगी।
  4. शिकायत निवारण में सुधार:
    एकीकृत सिस्टम के कारण शिकायतों का निपटारा तेजी से और प्रभावी ढंग से होगा।

PAN 2.0 प्रोजेक्ट टैक्स सेवाओं को डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप आधुनिक और पेपरलेस बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह पहल न केवल सेवाओं को तेज और सुलभ बनाएगी, बल्कि पैन और टैक्स से जुड़े कार्यों को सुरक्षित और पारदर्शी भी बनाएगी। सरकार का यह कदम जनता और व्यापारियों के लिए समय और संसाधन की बचत सुनिश्चित करेगा।