भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज इस वक्त अपने सबसे रोमांचक मोड़ पर है। इस बार इस सीरीज को एक नाम मिला है, एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी, जो पहले पटौदी ट्रॉफी के नाम से जानी जाती थी। अभी तक हुए चार मुकाबलों के बाद इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है, जबकि अंतिम मुकाबला 31 जुलाई को लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान पर खेला जाएगा।
अभी तक का स्कोर, किसका पलड़ा भारी?
सीरीज का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड ने अपने नाम किया था। इसके बाद भारत ने शानदार वापसी करते हुए दूसरा मैच जीतकर स्कोर 1-1 कर दिया था। लेकिन तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड फिर से हावी रहा और जीत के साथ 2-1 की बढ़त ले ली। चौथा मैच ड्रॉ हुआ, जिससे इंग्लैंड का पलड़ा भारी ही रहा। अब पांचवें और अंतिम मुकाबले में भारत के पास सीरीज ड्रॉ कराने का ही विकल्प है, जबकि इंग्लैंड को या तो जीत या ड्रॉ की जरूरत है, ताकि वह ट्रॉफी पर कब्जा बरकरार रख सके।
भारत की स्थिति इस वक्त थोड़ी जटिल है। अगर टीम इंडिया ओवल टेस्ट जीत जाती है, तो यह सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म होगी। लेकिन अगर यह मैच ड्रॉ होता है या इंग्लैंड जीतता है, तो भारत ट्रॉफी गंवा देगा। इस लिहाज से भारत के लिए यह मुकाबला ‘करो या मरो’ जैसा हो गया है।
ट्रॉफी किसे मिलेगी अगर सीरीज ड्रॉ होती है?
अब सवाल उठता है कि अगर सीरीज 2-2 से बराबर रहती है तो ट्रॉफी किस टीम को दी जाएगी? इसका जवाब आईसीसी के नियमों में है, अगर किसी टेस्ट सीरीज में कोई टीम विजेता घोषित नहीं होती यानी सीरीज ड्रॉ हो जाती है, तो ट्रॉफी उसी टीम के पास रहती है जिसने पिछली बार उसे जीता था।
पिछली ट्रॉफी किसके पास थी?
साल 2021-22 में भारत और इंग्लैंड के बीच पिछली टेस्ट सीरीज खेली गई थी, जो बराबरी पर खत्म हुई थी। उससे पहले 2018 में इंग्लैंड ने यह ट्रॉफी 4-1 से अपने नाम की थी। यानी फिलहाल यह ट्रॉफी इंग्लैंड के पास है, और अगर इस बार की सीरीज भी ड्रॉ पर खत्म होती है तो यह ट्रॉफी इंग्लैंड में ही बनी रहेगी।