रात को सोते वक्त अगर इस जगह उठा दर्द, तो हो सकता है यूरिक एसिड बढ़ा हुआ, अनदेखी पड़ सकती है भारी!

आजकल कई लोग रात के समय सोते हुए अचानक पैर के अंगूठे, एड़ी या घुटनों में तेज दर्द की शिकायत करते हैं। यह दर्द इतना ज्यादा होता है कि नींद खुल जाती है और चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें, क्योंकि यह बढ़े हुए यूरिक एसिड का संकेत हो सकता है। शरीर में यूरिक एसिड जब अधिक मात्रा में बनता है या सही से बाहर नहीं निकल पाता, तो यह जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा हो जाता है और गंभीर सूजन और दर्द की वजह बनता है।

क्या होता है यूरिक एसिड?

यूरिक एसिड दरअसल प्यूरिन नामक तत्व के टूटने से बनता है, जो हमारे शरीर की कोशिकाओं और कुछ खाद्य पदार्थों जैसे रेड मीट, दाल, मछली और शराब में पाया जाता है। जब इसका स्तर शरीर में ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ जाता है और किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती, तो यह धीरे-धीरे जोड़ों में जमा होकर गठिया जैसी बीमारी (गाउट) का कारण बनता है। इसकी शुरुआत अक्सर पैर के अंगूठे से होती है, लेकिन समय के साथ यह घुटनों, एड़ियों, उंगलियों और कलाई तक फैल सकता है।

क्या है लक्षण

अगर आपको बार-बार रात में जोड़ों में जलन, दर्द, सूजन या गर्माहट महसूस हो रही है, तो यह साफ संकेत है कि शरीर में कुछ गड़बड़ चल रही है। ऐसे में जरूरी है कि तुरंत ब्लड टेस्ट करवाकर यूरिक एसिड लेवल की जांच कराएं। यदि यह बढ़ा हुआ मिलता है, तो समय रहते इलाज शुरू करें। साथ ही, खाने-पीने की आदतों में सुधार करें—जैसे कि ज्यादा पानी पिएं, फ्राई और प्रोटीन से भरपूर भोजन कम करें, और हरी सब्जियों व फलों को डाइट में शामिल करें।

अनदेखी करना हो सकता है समस्या

यूरिक एसिड की समस्या अगर लंबे समय तक अनदेखी की जाए, तो यह स्थायी जोड़ों की क्षति, गठिया और यहां तक कि किडनी में स्टोन जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए जरूरी है कि इस तरह के रात के दर्द को नजरअंदाज न करें और समय रहते उचित इलाज व परहेज़ अपनाएं। सही जीवनशैली और नियमित जांच से आप इस समस्या को पूरी तरह कंट्रोल में रख सकते हैं और सेहतमंद जीवन जी सकते हैं।