अमेरिका में लंबे समय से विदेशी छात्रों के वीजा को लेकर उठापटक चल रही थी, लेकिन अब इसमें बड़ी राहत मिली है। अमेरिकी सरकार ने घोषणा की है कि वह एक बार फिर से विदेशी छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया को शुरू कर रही है। हालांकि, इस बार अमेरिका ने वीजा देने से पहले एक नई और अहम शर्त जोड़ दी है, जो हर स्टूडेंट के लिए जरूरी होगी।
क्या है नई शर्त?
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि अब वीजा के लिए आवेदन करने वाले विदेशी छात्रों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की जाएगी। यानी जो भी स्टूडेंट अमेरिका में पढ़ाई करने का सपना देख रहा है, उसे अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद अकाउंट पब्लिक (सार्वजनिक) रखने होंगे। अगर कोई छात्र अपने अकाउंट को प्राइवेट रखने की जिद करता है या जानकारी देने से मना करता है, तो उसका वीजा रिजेक्ट किया जा सकता है।
क्यों की जा रही है सोशल मीडिया की जांच?
मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिका अब यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कोई भी छात्र ऐसा कंटेंट न फैलाए जो अमेरिका की सरकार, संस्कृति या सुरक्षा के खिलाफ हो। सोशल मीडिया पोस्ट्स और मैसेजेस को देखकर यह अनुमान लगाया जाएगा कि छात्र की सोच अमेरिका के मूल्यों के अनुरूप है या नहीं। यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
पहले क्यों रोकी गई थी वीजा प्रक्रिया?
कुछ महीने पहले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अचानक वीजा प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया था। इसके बाद छात्रों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच बढ़ाने की तैयारी चल रही थी। कई देशों के छात्र इस फैसले से परेशान थे और उन्हें अमेरिका जाने के सपने टूटते नजर आ रहे थे।
क्या करें विदेशी छात्र?
अगर आप अमेरिका में पढ़ाई के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो अभी से अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स साफ-सुथरे और पब्लिक रखें। आपत्तिजनक पोस्ट्स या किसी भी तरह की ऐसी गतिविधियों से बचें जो आपके वीजा आवेदन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस नए नियम के अनुसार, आपकी ऑनलाइन छवि भी अब उतनी ही महत्वपूर्ण हो गई है, जितनी आपकी पढ़ाई और डॉक्युमेंट्स।