IIT इंदौर : प्लेसमेंट नहीं दे पाने से पिछड़ा आईआईटी इंदौर, 454 से 477वीं रैंक पर आया

तीन साल से आईआईटी इंदौर की क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग कम होती जा रही है। पिछले साल 454 रैंक के मुकाबले इस बार 477वीं रैंक आई है। यह देश का पहला कॉलेज है, जिसकी रैंकिंग पिछले साल से कम हुई है। तीन दिन पहले निकली क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटीज रैंकिंग 2025 में दुनिया की 1500 से ज़्यादा यूनिवर्सिटीज को रैंकिंग मिली है। इस रैंकिंग में देश में सबसे पहला नंबर आईआईटी मुंबई को मिला है, जिसको 118वीं रैंकिंग मिली है। इसके बाद आईआईटी दिल्ली ने 150वा स्थान प्राप्त किया है। इस बार आईआईटी इंदौर का ओवरऑल स्कोर 100 में से सिर्फ 25.1 रहा।

452 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 254 को कैंपस प्लेसमेंट मिल पाया

रैंकिंग घटने की सबसे बड़ी वजह आईआईटी इंदौर का प्लेसमेंट कम देना है। एक आरटीआई के जवाब में आईआईटी इंदौर में बताया कि 14 अप्रैल 2024 तक प्लेसमेंट लेने के लिए आए 452 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 254 को नौकरी मिली। जून तक 275 स्टूडेंट्स प्लेस्ड हो चुके थे। आईआईटी इंदौर के पीआरओ ने बताया कि प्लेसमेंट प्रोसेस अभी भी जारी है। कई स्टूडेंट्स प्लेसमेंट के लिए रजिस्ट्रेशन कराते है, लेकिन इंटरव्यू में नहीं आ पाते।