अवैध सीजर – वैधानिक डिग्री नहीं , अनुभव/ एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट कोर्स के आधार पर बरसों से लाभ का धंधा बनाए हुए डॉक्टर
फारुख खान/हरदा – अवैध सीजर – शहर के व्यंकटेश हॉस्पिटल (हेडा नर्सिंग होम ) एल आई जी कॉलोनी में स्थापित निजी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. बृजेश डेड़ा एवं उनकी डॉ. पत्नि संध्या हेड़ा मिलकर महिलाओं के अवैध तरीके से गर्भाशयी खंड सीजेरियन सेक्शन कर रहे हैं। जिसकी उनके पास कोई वैधानिक डिग्री नहीं हैं। मात्र अनुभव, एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट कोर्स के आधार पर वर्षों से लाभ का धंधा बनाये हुये हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरदा द्वारा अपने निरीक्षण के दौरान पाया गया कि संबंधित डॉ. ISCS ऑपरेशन कर रहे हैं, संबंधित डॉ ने स्वीकार्य किया है कि वे अनुभव के आधार पर सीजर ऑपरेशन कर रहे हैं तो इस पर कार्यवाही क्यों नहीं कि बडा प्रश्न हैं ।
इतने वर्षों से यह खेल CMHO स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से चल रहा हैं। विभाग के पास तो यह आंकड़े भी नहीं हैं कि निजी अस्पतालों में कितने नार्मल और कितने सीजेरियन ऑपरेशन वर्ष के दौरान हो रहे हैं। मांगने पर संबंधित से आंकड़े बुलवाये जाते हैं। सांख्यिकी विभाग के पास आंकडे ना होना किस और इशारा करते हैं। संबंधित हॉस्पिटल पहले डॉ. यामिनी मानकर (गायनोलॉजिस्ट) का स्वीकृति पत्र लगाते हैं। डॉ. मानकर ने उनकी सहमति को सिरे से खारिज करते हुये असहमति जताई तो हेडा नर्सिंग होम पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई
आवेदक शिकायतकर्ता की लिखित शिकायत जो 31-8-2021 को CMHO को कार्यवाही हेतु करी उस पर आज तक कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही हैं। इस शिकायत को 18 माह बीत गये हैं शिकायतकर्ता ने म.प्र. मेडिकल कौंसिल को शिकायत करी जिस पर उनके अधिकार क्षेत्र में ना होने से CMHO हरदा को अंतरित करते हुये कार्यवाही हेतु लेख हैं, इस पर भी CMHO ने अब तक कार्यवाही क्यों नहीं करी। गहरी सांठगांठ मिलीभगत का परिणाम हैं कि अवैध सीजेरियन का धंधा हरदा में फल-फूल रहा हैं। संस्थान आर्थिक लाभ कमाने पर आमादा हैं। महिलाओं को अनैतिक प्रताडित करना, उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करना परिजनों को आर्थिक नुकसान में डालने में संस्थान को कोई गुरेज नहीं हैं।
शिकायतकर्ता की CM हेल्प लाईन में शिकायत पर वर्षों तक लटकाये रखना उल्टे सीधे जबाब देकर बंद कराने की कोशिश किस और इशारा करती हैं। संबंधित संस्थान द्वारा एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट कोर्स, अनुभव के आधार पर सीजेरियन की परमिशन मांगना । सिद्ध करता हैं कि दोनों डॉ. कार्य के लिये योग्य नहीं हैं। फिर भी कार्यवाही ना किया जाना कई संदेह पैदा करता है। जानबूझकर सोची समझी साजिस के तहत सीजर ऑपरेशन करना यह दर्शाता हैं कि आर्थिक लाभ के धंधे में सबका साथ सबका विकास हो रहा हैं। सीजर ऑपरेशन से कितनी परेशानी ऑपरेशन उपरांत भविष्य में महिलाओं को झेलनी पड़ती होगी इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। CMHO द्वारा कब-कब निजी हॉस्पिटलों में कितनी बार निरीक्षण किया जाता रहा हैं कुछ एक को छोड़कर कभी बिना शिकायत आये उनके हॉस्पिटलों का निरीक्षण क्यों नहीं किया जाता है।संचालनालय द्वारा CMHO पर्यवेक्षी प्रॉधिकारी होते हुये भी अधीनस्थ पंजीकृत चिकित्सालयों की जांचे समय-समय पर क्यों नहीं की जाती हैं। रोगी की समुचित जॉच उसी विधा के चिकित्सक जिसके लिये संस्थान अथवा डॉ. पंजीकृत हैं उनके द्वारा ना किये जाने पर कार्यवाही क्यों नहीं ?
डॉक्टर और उसके निजी क्लीनिक पर होनी चाहिए कार्यवाही
जॉच की जाकर संबंधित दोनों डॉ. के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुये FIR दर्ज कराई जायें। इनके संस्थान का लायसेंस निरस्त करने की कार्यवाही हो। साथ ही इनकी डिग्री निरस्त करने हेतु म.प्र. मेडिकल कौंसिल को लेख किया जावें। संस्थान के आई पी डी रजिस्टर तुरंत जप्त कर जाँच हो ।जानबूझकर सोची समझी साजिस के तहत सीजर ऑपरेशन करना यह दर्शाता हैं कि आर्थिक लाभ के धंधे में सबका साथ सबका विकास हो रहा हैं। सीजर ऑपरेशन से कितनी परेशानी ऑपरेशन उपरांत भविष्य में महिलाओं को झेलनी पड़ती होगी इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।CMHO द्वारा कब-कब निजी हॉस्पिटलों में कितनी बार निरीक्षण किया जाता रहा हैं कुछ एक को छोड़कर कभी बिना शिकायत आये उनके हॉस्पिटलों का निरीक्षण क्यों नहीं किया जाता है। संचालनालय द्वारा CMHO पर्यवेक्षी प्रॉधिकारी होते हुये भी अधीनस्थ पंजीकृत चिकित्सालयों की जांचे समय-समय पर क्यों नहीं की जाती हैं।रोगी की समुचित जॉच उसी विधा के चिकित्सक जिसके लिये संस्थान अथवा डॉ. पंजीकृत हैं उनके द्वारा ना किये जाने पर कार्यवाही क्यों नहीं ?
सभी बिन्दुओं पर जॉच की जाकर संबंधित दोनों डॉ. के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुये FIR दर्ज कराई जायें। इनके संस्थान का लायसेंस निरस्त करने की कार्यवाही हो। साथ ही इनकी डिग्री निरस्त करने हेतु म.प्र. मेडिकल कौंसिल को लेख किया जावें। संस्थान के आई पी डी रजिस्टर तुरंत जप्त कर जाँच हो
वर्ष 2017- 18 से दिनांक 31.07.21 तक हॉस्पिटल में हुए LSCS ऑपरेशन की वार्षिक जानकारी एवं उपस्थित स्त्री रोग चिकित्सक सम्बन्धित जानकारी-
2017 से लेकर 2021 तक 500 ऑपरेशन किए हॉस्पिटल में महिला ऍम बी बी एस चिकित्सक डॉ संध्या हेड़ा (रजि. MP-216) स्थायी रूप से उपलब्ध है एवं मरीज़ को स्त्री रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता पढने पर आवश्यकतानुसार उपलब्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ को बुलवाकर या उनके परामर्श के अनुसार सफलतापूर्वक उपचार किया जाता रहा है…
सहमति पत्र-
मैं डॉ. यामिनी मानकर, एम.एस. (Gyn & obs) बुलाये जाने पर श्री व्यंकटेश हॉस्पीटल, पुरानी एल.आई.जी. कॉलोनी हरदा को अपनी सेवाएं प्रदान करती हूँ डॉ. बृजेश हेडा श्री वेंकटेश हॉस्पिटल पुरानी एल.आई.जी कॉलोनी डॉ राजेन्द्र प्रसाद वार्ड हरदा द्वारा LSCS आपरेशन की जानकारी दी गई है मेरे द्वारा उपरोक्त हॉस्पिटल में इमरजेंसी में बुलाए जाने पर उपरोक्त दी गई संख्या में से एक या दो सीजर किए गए है इसके अलावा अन्य किसी ऑपरेशन में कोई परामर्श भी नही दिया गया है उनके द्वारा प्रस्तुत सहमति पत्र जो कि बिना दिनांक का है वह मेरी बिना अनुमति के प्रस्तुत कर रहे है।
डॉ यामिनी मानकर-
पूर्व में की गई थी डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही
विजय बजाज के द्वारा हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर बृजेश हेड़ा के विरुद्ध 11 अक्टूबर 2021 को की थी कार्यवाही , कार्यवाही करने पश्चात अभी तक नहीं हुई डॉक्टर के ऊपर कोई कार्रवाई