IMD Alert : सितंबर के अंतिम दिनों में पूरे देश में मॉनसून सक्रिय होने से कई क्षेत्रों में भारी बारिश और जलभराव की समस्याएँ सामने आ रही हैं। पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ गई हैं, जिससे सड़कों और रास्तों को नुकसान हो रहा है और यात्रा करना मुश्किल हो गया है। वहीं, मैदानी इलाकों में जलभराव के कारण यातायात बाधित हो रहा है, जिससे लोगों के दैनिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
हालांकि, लगातार बारिश के बावजूद तापमान में गिरावट से थोड़ी राहत महसूस की जा रही है, लेकिन बारिश के जारी रहने से जनजीवन पर गंभीर असर पड़ रहा है। कई स्थानों पर यातायात बाधित हो गया है और दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में हाल के दिनों में लगातार हो रही बारिश से मौसम काफी ठंडा हो गया है। राजधानी दिल्ली का तापमान सितंबर में 14 वर्षों के न्यूनतम स्तर, 21.1 डिग्री सेल्सियस, तक गिर गया है। यह बारिश और ठंडक लोगों के लिए राहत लेकर आई है, लेकिन साथ ही ट्रैफिक और जलभराव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आज दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। यह स्थिति आने वाले दिनों में भी जारी रह सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है। अगले 24 घंटों में, पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा। मध्य प्रदेश में दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के कारण, पूर्वी राजस्थान में बारिश जारी रहेगी, लेकिन इसकी तीव्रता पिछले दिनों की तुलना में कम हो सकती है।
हालांकि बारिश की गतिविधियाँ धीमी हो सकती हैं, फिर भी पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मौसम में नमी और ठंडक बनी रहेगी, जिससे तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बीच आज बारिश की मात्रा में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि बाकी जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है। इससे राज्य के निवासियों को भारी बारिश से राहत मिलेगी और जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य होने की दिशा में बढ़ेगा। भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक बाधाओं से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए भी यह मौसम का परिवर्तन सहायक हो सकता है।
*हिमाचल प्रदेश* में जारी भारी बारिश से जनजीवन काफी प्रभावित हो गया है, जिससे कई सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है और कुछ स्थानों पर बिजली की कटौती भी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, *20 सितंबर* और उसके बाद भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे राज्य में स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
इसके अलावा, अगले 24 घंटों में देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और **तेलंगाना* के कुछ क्षेत्रों में *मध्यम से भारी बारिश* होने की आशंका है। साथ ही, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिहार, झारखंड, दक्षिणपूर्व राजस्थान और केरल में भी हल्की बारिश होने की उम्मीद जताई गई है, जो मौसम में थोड़ी ठंडक ला सकती है।
इस समय पूरे देश में मॉनसून के प्रभाव से लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ क्षेत्रों में राहत के संकेत दिख रहे हैं, लेकिन कई जगहों पर बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे जलभराव, भूस्खलन और यातायात में बाधा जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। सभी से सुरक्षित रहने और आवश्यक सावधानियाँ बरतने की सलाह दी जा रही है, जैसे कि यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लेना, सुरक्षित स्थानों पर रहना, और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहना। यह स्थिति सभी के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, और समुदायों को एकजुट होकर इन चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता है।