आमतौर पर सितंबर का महीना देशभर में मानसून की वापसी का समय माना जाता है, लेकिन इस साल बारिश का असर अब भी जारी है। नवरात्रि 2025 के पावन पर्व पर जहां देशभर में माता दुर्गा की पूजा-अर्चना और धार्मिक आयोजन धूमधाम से किए जा रहे हैं, वहीं सक्रिय मानसून ने इन उत्सवों में रुकावट डाल दी है। पिछले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हालात इतने बिगड़े कि स्कूलों में छुट्टियां घोषित करनी पड़ीं और रेल से लेकर सड़क यातायात तक ठप हो गया। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में बारिश का यह दौर और भी तीव्र हो सकता है।
कोलकाता में जलजमाव और हादसों से बिगड़े हालात
कोलकाता में सोमवार आधी रात से लगातार हो रही बारिश ने शहर को मानो पानी में डुबो दिया। पार्क सर्कस, गरियाहाट, बेहाला और कॉलेज स्ट्रीट जैसे इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए, जहां लोगों को घुटनों से लेकर कमर तक पानी का सामना करना पड़ा। ईएम बाईपास और एजेसी बोस रोड जैसी प्रमुख सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। कई बसें बीच रास्ते में ही खराब हो गईं। इस जलभराव के बीच करंट लगने से कम से कम तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे हालात और गंभीर हो गए।
ट्रेन और मेट्रो सेवाएं ठप
भारी बारिश और जलभराव का असर रेल और मेट्रो सेवाओं पर भी देखने को मिला। पूर्वी रेलवे ने सियालदह दक्षिण खंड और सर्कुलर रेलवे पर परिचालन रोक दिया। हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल से चलने वाली कई ट्रेनें भी प्रभावित हुईं। मेट्रो की ब्लू लाइन पर महानायक उत्तम कुमार–रवींद्र सरोबर खंड में सेवाएं बंद करनी पड़ीं। कोलकाता नगर निगम (KMC) के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में सबसे अधिक वर्षा हुई। गरिया कामदहारी में 332 मिमी, जोधपुर पार्क में 285 मिमी और कालीघाट में 280 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम की वजह से आने वाले दिनों में भी दक्षिण बंगाल में मूसलाधार बारिश जारी रहेगी।
कई राज्यों में नवरात्रि के दौरान बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने नवरात्रि के दौरान देश के कई हिस्सों के लिए चेतावनी जारी की है। पूर्वी राजस्थान में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। बिहार में 25 से 27 सितंबर, झारखंड में 24 से 26 सितंबर, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में 24 से 27 सितंबर तथा ओडिशा में 23 से 27 सितंबर तक जोरदार वर्षा की आशंका है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और गरज-चमक के साथ तूफानी गतिविधियां होने की भी संभावना जताई गई है।
महाराष्ट्र और गुजरात में संभावित तबाही
IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश गंभीर असर डाल सकती है। महाराष्ट्र में अगले सात दिन तक मूसलाधार बारिश जारी रहने का अनुमान है। वहीं गुजरात में 23 सितंबर को तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। कोंकण और गोवा क्षेत्र में भी 25 से 27 सितंबर के बीच बारिश का सिलसिला रुकने वाला नहीं है। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों – असम और मेघालय में 24 सितंबर तक, जबकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 27 सितंबर तक लगातार वर्षा की संभावना है।
उत्तराखंड में फिर सक्रिय हुआ मानसून
उत्तराखंड में भी मानसून ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने 23 से 30 सितंबर तक उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून और नैनीताल जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। अन्य जिलों में हल्की बौछारें और मेघगर्जन हो सकते हैं। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सी.एस. तोमर ने कहा कि बदलते मौसमीय परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश का अनुमान नहीं
दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो यहां फिलहाल मौसम साफ रहने के आसार हैं। IMD ने अगले एक सप्ताह तक वर्षा की संभावना न के बराबर बताई है। आमतौर पर दिल्ली से मानसून की विदाई 25 सितंबर तक हो जाती है, लेकिन इस बार परिस्थितियां थोड़ी अलग हैं। दिल्ली में इस साल सितंबर में सामान्य से करीब 10 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। हालांकि, अब दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की स्थिति धीरे-धीरे बनने लगी है।