इंदौर में महिलाओं की आवाज़ को तुरंत राहत, 30 वॉक-इन शिकायतों पर फौरन कार्रवाई

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर की उपस्थिति में इंदौर में व्यापक जनसुनवाई का आयोजन हुआ। इस दौरान उन्होंने बताया कि आयोग का मूल उद्देश्य महिलाओं की शिकायतों का तेज, पारदर्शी और समयबद्ध निपटारा करना है। इसी उद्देश्य से आयोग ने “राष्ट्रीय महिला आयोग आपके द्वार” पहल शुरू की है, जिसके तहत टीम ऐसे स्थानों पर जा रही है, जहाँ महिलाएँ स्वयं शिकायत दर्ज कराने में असमर्थ रहती हैं।

देशभर में 75 से अधिक जनसुनवाइयाँ, मिल रहे सकारात्मक परिणाम

रहाटकर ने जानकारी दी कि पिछले चार–पांच महीनों में देशभर में 75 से अधिक जनसुनवाइयाँ आयोजित की गई हैं। प्रशासन और पुलिस के संयुक्त प्रयासों के कारण करीब 60% मामलों का समाधान स्थल पर ही हो जाता है। जबकि शेष 30–40% शिकायतों में काउंसलिंग, सुलह–समझौते या आगे की कार्रवाई की जरूरत पड़ती है। इंदौर में भी इसी मॉडल को अपनाया गया।

164 में से कई शिकायतों का पहले ही निपटारा, 40 मामलों की प्रत्यक्ष सुनवाई

इंदौर में आयोग को कुल 164 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से कई मामलों का निपटारा पहले ही किया जा चुका था। आज आयोजित जनसुनवाई में 40 शिकायतों को व्यक्तिगत रूप से सुना गया। इनमें मुख्यतः यौन उत्पीड़न, दुष्कर्म, दुष्कर्म का प्रयास, दहेज प्रताड़ना और साइबर अपराध से जुड़े मामले शामिल थे।
अधिकांश मामलों को मौके पर ही निराकृत कर दिया गया, जबकि बाकी मामलों के समाधान के लिए स्पष्ट समय-सीमा तय कर दी गई है।

30 वॉक-इन शिकायतें भी दर्ज, तुरंत शुरू हुई सुनवाई

कार्यक्रम के दौरान 30 महिलाओं ने सीधे उपस्थित होकर शिकायतें दर्ज कराईं। इन मामलों पर तुरंत सुनवाई शुरू की गई। रहाटकर ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी लंबित प्रकरणों पर तेजी से कार्रवाई की जाए ताकि पीड़ित महिलाओं को जल्द राहत मिल सके।

तेज न्याय के लिए संवेदनशीलता के साथ जारी रहेगा प्रयास

रहाटकर ने कहा कि इंदौर में आज की पहल का उद्देश्य अधिकतम महिलाओं को तत्काल न्याय उपलब्ध कराना था। जनसुनवाई की यह श्रृंखला आगे भी इसी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ जारी रखी जाएगी, ताकि हर महिला को न्याय तक आसान और त्वरित पहुँच मिल सके।