इंदौर शहर के बिजलपुर इलाके में नगर निगम की टीम पर हमला करने का एक घटना सामने आई है। टीम मवेशियों को पकड़ने के लिए पहुंची थी, तभी पशु पालकों ने अचानक हमला कर दिया। इस दौरान नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गई। यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है, क्योंकि मवेशियों का आवागमन शहर की सड़कों पर सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। घटना के बाद पुलिस और नगर निगम प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार, इंदौर के बिजलपुर इलाके में हुए हमले में 20 से ज्यादा वाहनों के कांच तोड़े गए। हमलावरों में से कुछ लोग खुद को बजरंग दल का सदस्य बता रहे थे। वे नगर निगम द्वारा मवेशियों को पकड़कर वाहनों में लोड कर ले जाने का विरोध कर रहे थे। यह घटना नगर निगम की मवेशी पकड़ने की कार्रवाई के दौरान हुई, जब पशु पालकों और कर्मचारियों के बीच झड़प हो गई। हमलावरों ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए।
इंदौर के बिजलपुर इलाके में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा मवेशियों को वाहनों में ले जाते समय बड़ी संख्या में पशुपालक हाथ में लाठी-डंडे लेकर पहुंचे। उन्होंने नगर निगम के वाहनों के कांच तोड़ दिए और जब कर्मचारियों ने उन्हें ऐसा करने से रोका, तो उनके साथ मारपीट भी की गई। यह घटना नगर निगम की मवेशी पकड़ने की कार्रवाई के दौरान हुई। पशुपालकों का आरोप था कि मवेशियों को जबरदस्ती पकड़ा जा रहा था, जबकि नगर निगम कर्मचारी अपनी कार्रवाई को लागू कर रहे थे। इस झड़प के बाद इलाके में तनाव फैल गया और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
हवा बंगला जोन नगर निगम की टीम बिजलपुर इलाके में कार्रवाई करने पहुंची थी, जब अचानक पशुपालकों ने मवेशियों को वाहनों से बाहर निकालने का प्रयास किया। इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई और कुछ लोगों ने निगमकर्मियों पर हमला कर दिया। हमले के बाद, नगर निगम के कर्मचारी अपनी जान बचाकर मौके से भागने में सफल रहे। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया, और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए।
इंदौर नगर निगम को आपदा प्रबंधन के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त होगी, जो वर्षा जल जमाव और वर्षा जल की निकासी की दिशा में उपयोग की जाएगी। नगर निगम के आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री से इस उद्देश्य के लिए राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। इस राशि में से 150 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और 50 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे। इस वित्तीय सहायता से शहर में जलभराव की समस्या को सुलझाने और जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
इंदौर नगर निगम को आपदा प्रबंधन के लिए 200 करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति मिल गई है। आयुक्त शिवम वर्मा ने बताया कि इस राशि से वर्षा जल की निकासी और जल जमाव रोकने के लिए काम की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। वर्षाकाल से पहले ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाएगा, जहां जल जमाव की समस्या होती है, और वहां सुधार कार्य किए जाएंगे। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मुख्यमंत्री द्वारा शहर को दी गई इस महत्वपूर्ण सौगात पर खुशी व्यक्त की और इसे इंदौर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।