विपिन नीमा, इंदौर
चुनावों के दौरान टीवी चैनलों और जनता के बीच फुल कॉन्फिडेंस के साथ भाजपा ( BJP ) की ओर से विपक्षों पर हमला बोलना, अपनी पार्टी के मुद्दों को दमदारी के साथ रखना, मीडिया के आड़े-तिरछे सवालों का सटीक जवाब देना, विपक्ष के नेताओं के बयानों पर कटाक्ष करना, जनता के सामने अपनी बातें मजबूती के साथ पेश करना और अपनी जोरदार प्रस्तुति से सबको आकर्षित करना ये सब एक अच्छे प्रवक्ता की पहचान है। ये सारे गुण लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू भी अपने मित्र, प्रदेश प्रवक्ता और प्रखर वक्ता स्व उमेश शर्मा के पास चले गए हैं। 8 मई की रात को हार्ट अटैक से प्रदेश प्रवक्ता मालू का निधन हो गया।
BJP की सभा कवर करने के लिए धार गए थे
प्रवक्ता की हैसियत से वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा कवर करने के लिए धार गए थे। मंगलवार की शाम को इंदौर लौटे थे। भाजपा ( BJP ) नेता और सबके प्रिय गोविंद मालू के निधन से प्रदेश भाजपा और इंदौर को बड़ी छती हुई है। आज से 2 साल पहले यानी सितंबर 2022 को भी एक बड़ा नुकसान प्रखर वक्ता उमेश शर्मा के रूप में हुआ था। वे भी गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार करके इंदौर लौटे थे और यहाँ आने पर उनका भी हार्ट अटैक से निधन हो गया था। साफ सुथरी राजनीति करने वाले उमेश जी और मालू जी पार्टी के प्रति उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। दुनिया से अलविदा होने से पहले दोनों नेता अंतिम समय तक पार्टी के लिए काम करते रहे।
सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहते थे मालूजी
वे लोकल राज्य स्तरीय टीवी चैनलो पर अक्सर राजनीतिक बहस में हिस्सा लेकर मजबूती के साथ हर सवालों का जवाब देकर अपनी बात रखते थे। कांग्रेस के खिलाफ सोशल मीडिया पर उनकी रोज 4 से 5 पोस्ट आती थी। गोविंद मालू खनिज विकास निगम के उपाध्यक्ष और भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी भी रह चुके हैं। अभी वे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता थे। उनके निधन पर पार्टी नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू मीडिया और सोशल मीडिया पर पार्टी का पक्ष जोरदार तरीके से रखते थे। आकस्मिक निधन से 12 घंटे पहले भी उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस पर निशाना साधा था। इंदौर ही नहीं बल्कि प्रदेश की मीडिया से उनके घनिष्ठ संबंध रहे। अब सिर्फ उनकी यादें रह गई है।
उमेश शर्मा दमदारी के साथ उठाते थे मुद्दे
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू के निधन से भाजपा के ही एक और प्रवक्ता उमेश शर्मा की भी यादे ताजा हो गई। 11 सितम्बर 2022 को उनकी भी हार्ट अटैक से मृत्यु हुई थी। उमेश शर्मा पार्टी में कर्मठ, ईमानदार और प्रखर प्रवक्ता के रुप में पहचाने जाते थे। उमेश शर्मा के निधन के समय प्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान इंदौर में ही थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उमेश शर्मा को ईमानदार और पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता बताया। उमेश शर्मा निधन से एक दिन पहले गुजरात विधानसभा चुनाव में ड्यूटी से लौटे थे। उमेश शर्मा शब्दों पर जबर्दस्त कमान थी । वे हर मुद्दे को जोरदार तरीके से पेश करते थे। उन्हें कभी नहीं भुला जाएंगा।