BJP के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के घर पर इनकम टैक्स का छापा, सर्च ऑपरेशन जारी

मध्य प्रदेश में भोपाल में मिले पैसे और सोने के बाद से लगातार कार्रवाईयां तेज हो गई हैं। पिछले एक हफ्ते के भीतर प्रदेश के कई हिस्सों में छापेमारी की गई है। इसी क्रम में सागर में बीजेपी के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के घर पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। इस छापामारी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि यह छानबीन बड़ी मात्रा में संपत्ति और आय के स्रोत की जांच के लिए की जा रही है। हालांकि, अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

यह छापेमारी ऐसे समय में हुई है जब हरवंश सिंह राठौर का नाम सागर जिला अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल है। आयकर विभाग की यह कार्रवाई सागर के सदर इलाके में स्थित राठौर बंगले पर चल रही है। छापेमारी के दौरान विभाग की टीम करीब 10 गाड़ियों में पहुंची, जिससे इलाके में हलचल मच गई। छापेमारी की खबर फैलते ही आसपास के लोग और राठौर के समर्थक बंगले के बाहर इकट्ठा हो गए हैं। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है, और समर्थकों के बीच गहमागहमी देखी जा रही है। छापेमारी के परिणाम और इसके पीछे के कारणों पर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

आयकर विभाग की टीम राठौर बंगले का गेट बंद कर जांच कर रही है। यह छापेमारी बीड़ी कारोबार और घोषित संपत्तियों से जुड़े लेन-देन में अनियमितताओं की शिकायतों के आधार पर की गई है। विभाग को राठौर परिवार के आर्थिक लेन-देन में गड़बड़ियों की सूचना मिली थी। बताया जा रहा है कि राठौर परिवार की संपत्तियां देश के कई हिस्सों में फैली हुई हैं, जिनकी जांच की जा रही है। इस कार्रवाई के तहत आयकर विभाग सभी वित्तीय रिकॉर्ड, संपत्ति से जुड़े दस्तावेज और आय के स्रोतों की गहन जांच कर रहा है। इस घटनाक्रम ने सागर में राजनीतिक और आर्थिक चर्चाओं को तेज कर दिया है।

हरवंश सिंह राठौर 2013 में सागर जिले की बंडा विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। उनके पिता हरनाम सिंह राठौर शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री के तौर पर सेवा दे चुके हैं। हरनाम सिंह के दोनों बेटे, हरवंश और कुलदीप राठौर, राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और वर्तमान में दोनों ही भाजपा के सागर जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में आयकर विभाग की यह छापेमारी उनकी राजनीतिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। रेड के चलते उनकी छवि और जिला अध्यक्ष पद की दावेदारी कमजोर हो सकती है। यह कार्रवाई भाजपा के भीतर भी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है, जिससे इस पद के लिए अन्य दावेदारों के अवसर बढ़ सकते हैं।

हरवंश सिंह राठौर 2013 में सागर जिले की बंडा विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। उनके पिता हरनाम सिंह राठौर शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री के तौर पर सेवा दे चुके हैं। हरनाम सिंह के दोनों बेटे, हरवंश और कुलदीप राठौर, राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और वर्तमान में दोनों ही भाजपा के सागर जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में आयकर विभाग की यह छापेमारी उनकी राजनीतिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। रेड के चलते उनकी छवि और जिला अध्यक्ष पद की दावेदारी कमजोर हो सकती है। यह कार्रवाई भाजपा के भीतर भी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है, जिससे इस पद के लिए अन्य दावेदारों के अवसर बढ़ सकते हैं।

माना जा रहा है कि आयकर विभाग की इस छापेमारी में बड़ी मात्रा में अघोषित संपत्ति और नकदी का खुलासा हो सकता है। राठौर परिवार सागर जिले में बीड़ी उद्योग, प्रॉपर्टी डीलिंग, और अन्य कई बड़े व्यवसायों से जुड़ा हुआ है। परिवार का प्रॉपर्टी कारोबार बड़े स्तर पर संचालित होता है, जिसके चलते आय और संपत्ति के बीच संभावित असमानता की जांच की जा रही है। फिलहाल, आयकर विभाग के अधिकारी राठौर परिवार की संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों की गहन पड़ताल कर रहे हैं। यह कार्रवाई न केवल उनके व्यवसाय बल्कि उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर भी असर डाल सकती है। जांच के नतीजों का क्षेत्रीय और राजनीतिक माहौल पर व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है।