किसानों की भावनी बांध डूब क्षेत्र एवं अधिग्रहित भूमि के मुआवजे के लिए कर रहे है धरना प्रदर्शन
ग्राम जरावली- 1 जनवरी 2014 से प्रभावी नए भूमि अधिग्रहण अधिनियम एवं शासनादेश के अनुपालन में सिंचाई निर्माण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता के लिखित आश्वासन के बाद भी मुआवजे की शेष अनुपूरक धनराशि का भुगतान न करने, भूमि पर स्थित संपत्तियों का मुआवजा न देने, बांध के पानी से चारों ओर से घिरी किसानों की शेष बची भूमि का मुआवजा न देने, बांध के पानी से प्रभावित गांव जरावली के मकानों का मुआवजा न दिए जाने ग्राम बुरौगांव की महिला कृषक श्रीमती मीरा बाई पुत्री नारायणदास की भूमि नहर निर्माण के लिए लेकर नियम विरुद्ध थर्ड पार्टी को दिए जाने के विरोध में अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य मंडल ललितपुर के आवास एवं अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड प्रथम ललितपुर के सामने अनिश्चितकालीन अनशन अनवरत तीसरे दिन जारी है |
इसके साथ ही जिले कीं अन्य परियोजनाओं में सजना बांध डूब क्षेत्र के ग्राम इमलिया कला के किसान राजेंद्र सिंह ऊदल सिंह भी सजना बांध के भराव क्षेत्र मैं पट्टो की धांधली के विरुद्ध अनशन में सम्मिलित हैं एवं ग्राम जरावली के किसानों की भूमि को सिंचाई निर्माण खंड प्रथम के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा बिना भूमि का मुआवजा दिए, बिना शेष अनुपूरक राशि का भुगतान किए, भूमि पर स्थित परिसंपत्तियों के मुआवजे का भुगतान किए बिना, बांध के पानी से चारों ओर से घिरी भूमि का मुआवजा दिए बिना ग्राम जरावली के किसानों की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है|
जिसका प्रतिकार देने की मांग रखी गई इधर पूर्व में ही जिलाधिकारी को सूचित किया है परंतु जिले एवं सिंचाई विभाग के किसी भी अधिकारी ने आंदोलनरत किसानों से संपर्क करने का प्रयास तक नहीं किया उल्टा किसानों के आंदोलन को विफल करने के लिए आंदोलन के प्रथम दिन 10फरवरी को सिंचाई विभाग के जिलेदार द्वारा अनशनकारी किसानों को अपने सफेद रंग के निजी चार पहिया वाहन UP94 V 7786 से हत्या करने के उद्देश्य से कुचलने का प्रयास किया गया जिससे किसानों का आंदोलन विफल हो जाए जिसमें ग्राम गंगचारी एक राहगीर किसान के एकाएक आ जाने से आंदोलनरत किसान तो बच गए किंतु राहगीर दुर्घटनाग्रस्त हो गया |
यदि राहगीर यकायक बीच में नहीं आता तो लखीमपुर खीरी जैसी घटना ललितपुर जिले के आंदोलनरत किसानों के साथ हो जाती जो कि उनके मौलिक अधिकारों का हनन है जिलेदार द्वारा कहा गया है कि बड़े साहब कह रहे हैं कि अनशन समाप्त कर दो नहीं तो तुम लोगों के खिलाफ झूठे मुकदमे लिखाये जाएंगे ऐसा प्रतीत होता है की सिंचाई विभाग के अधिकारी दबंगई गुंडागर्दी एवं शोषण कर किसानों के साथ अन्याय करने पर आमादा हो गए रहैं हैं और उक्त अपराध में सम्मिलित हैं जिसकी सही जांच कराई जाए|
दोषी अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य मंडल ललितपुर, अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड प्रथम ललितपुर एवं जिलेदार के विरुद्ध विद्यिक कार्यवाही की जाए जब तक किसानों की न्यायोचित मांगें पूर्ण नहीं हो जाती हैं तब तक अनिश्चितकालीन अनशन धरना अनवरत जारी रहेगा और यदि अधिकारी आंदोलनरत किसानों की समस्याएं सुनने के लिए नहीं आते हैं तो कल दिनांक 13-02-2023 को श्रीमान जिलाधिकारी महोदय ललितपुर का घेराव करेंगे और जिन्हें आंदोलनरत किसान नजर नहीं आ रहे उनके लिए उन्हीं के दरवाजे पर दिया जलाकर रोशनी करने का काम आंदोलनरत किसानों द्वारा किया जाएगा !
अनशन पर आज सुनील शर्मा जिलाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति बाबूलाल दुबे,ऊदल सिंह पटेल तेज सिंह, उदयभान सिंह,मुन्नालाल,रामकुमार,जगदीश, प्रदीप,शिवलाल,पूरन,तुलसीराम, रामदयाल, मुकेश, संदीप, टुंडे, अजय प्रजापति, रामस्वरूप, दारा सिंह, तुलसीराम, शिशुपाल राजा, बट्टू राजा, शिवेंद्र राजा, हरकिशन, गोकल, हरपाल सिंह, हरवीर सिंह, जगत सिंह, शिवाजी राजा, बृजभान सिंह, वीरेंद्र सिंह, गुलाब, बुद्धू, हरि, राममिलन, हरिराम, राजू अशोक रामचंद्र अमोल लखन किशन शिवनारायण रामदयाल भागीरथ कैलाश रविकांत मोनू प्रजापत कोमल धरमियां जयराम शिखर ओम नारायण शत्रुघ्न कोमल राजकुमार ओमप्रकाश रामदास चंद्रभान सिंह राजपाल सिंह शिवेंद्र राजा आनंद अरविंद विनोद सचिन सचिन अंकित यशवंत सिंह सुजान सिंह गोपी देशराज नीरज महेश राममिलन रमेश कुमार रामगोपाल मनोहर संजू भाई संतोष पप्पू अरविंद सुरेंद्र रवि रामनिवास सेवक मुलू काशीराम भज्जू, राजेश कलुआ झुलले मातादीन शिवनारायण कौशलेंद्र सिंह विक्रम सिंह सुंदर पाल सिंह कमलेश राकेश गजेंद्र रविंद्र क्रांति प्रजापत संतोष शर्मा श्रीमती मीराबाई, गुड्डी धीरज सिंह मिथिलेश राजा पार्वती जनक कुंवर करण सिंह जितेंद्र सिंह धर्मेंद्र सिंह एसपी सिंह बट्टू राजा भवानी सिंह बंटी राजा मानवेंद्र राजा हरि भान सिंह ऋषि राजा राजा मलखान सिंह इंदर राजा मंगल सिंह चीफ साहब जग बिंद राजा ग्राम जरावली एवं अशोक अहिरवार ग्राम बुरौगांव चिगलौआ, राजेंद्र सिंह ऊदम सिंह इमिलिया कला अनशन पर बैठे