इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की एमडीएस (MDS) सीटों को नीट यूजी (NEET UG) काउंसलिंग में शामिल नहीं किया गया। रावतपुरा मेडिकल कॉलेज इस्टीटुयुट रायपुर छत्तीसगढ़ में मान्यता प्राप्त केस में सीबीआई द्वारा आरोपी नंबर 25 बनाए गए सुरेश भदौरिया को एक और तगड़ा झटका लगा है। आरोपी बनाए गए भदौरिया के कॉलेज इंडेक्स कॉलेज में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) नई दिल्ली ने इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के 250 एमबीबीएस सीटों को इस बार नीट यूजी काउंसलिंल में शामिल नहीं किया । यानि यह जीरो ईयर हो गया है। जिसेसे अब भदौरिया के इंडेक्स इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइसेज की एमडीएस यानी मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी कोर्स में भी झटका लगा है।
विवादित रहा इंडेक्स कॉलेज
इंडेक्स कॉलेज प्रबंधन फर्जी फैकल्टी, छात्रों के गलत तरह से नामांकन नंबर जारी करने, प्रताड़ना का आरोप लगाकर एक पीजी छात्रा द्वारा खुदकुशी करने सहित कई विवादों में रहा है। आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. आनंद राय ने 2013 में कॉलेज में राज्य कोटे की सीटें बेचने की शिकायत मिली थी। इस पर जांच प्रक्रिया में है। कॉलेज पर करोड़ों रुपए का जुर्माना भी लग चुका है। इसके मालिक सुरेश सिंह भदौरिया को जेल भी हो चुकी है
कॉलेज में थी एमडीएस की 43 सीटें
इंडेक्स डेंटल कालेज भी इंडेक्स मेडिकल कॉलेज मालवांचल यूनिवसिटी के अधीन है जिसके चेयरमैन सुरेश भदौरिया और वाइस चेयरमेन उनके बेटे मयंक भदौरिया है इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के एमडीएस के विभिन्न नौ कोर्सों में 43 सीटें थी जिन्हें काउंसलिंग में शामिल नहीं किया गया है।वहीं पीजी काउंसलिंग के सभी राउंड खत्म हो चुके है। इस मामले में कॉलेज प्रबंधन ने हाईकोर्ट का रूख भी किया था। लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली है। यहीं हाईकोर्ट के जस्टिस विजय कुमार शुक्ला और जस्टिस विनोद कुमार द्विवेदी री बेच ने कालेज की राहत की अपील खारिज कर दी और फीस विवरण जारी करने को अनिवार्य किया। कोर्ट ने कालेज को कोई भी अंतरिम राहत देने से मना कर दिया। और फीस रेगुलेटरी समिति को पक्षकार बनाए जाने के लिए समय दिया गया है।
भ्रष्टाचार के मामले में हुआ है केस दर्ज
इंडेक्स कॉलेज के चेयर मेन सुरेश भदौरिया पर मेडिकल कॉलेज की मान्यता दिलाने और रिन्यू कराने के बदले रिश्वत का खेल करने वाले मामले में सीबीआइ ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। इंडेक्स की सीटों को शामिल करके यह संकेत दे दिए गए है कि अब भ्रष्टाचारियों को नहीं बख्सा जाएंगा
एमबीबीएस को भी किया था शुन्य
सुरेश भदौरिया के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की 250 सीट शून्य घोषित किया गया था। “इंदौर के अमलतास ग्रुप को नेशनल मेडिकल काउंसिल ने दिया बड़ा झटका मिला था। तब इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की पूरी 250 सीटें इस साल शून्य घोषित कर दी गई है।
मतलब इस साल MBBS फर्स्ट ईयर में कोई भी एडमिशन नहीं हुआ। CBI जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद NMC ने यह कड़ा कदम उठाया है। सिर्फ इंडेक्स ही नहीं, एलएनसीटी और सेवाकुंज कॉलेज की भी 50-50 सीटें Counseling से हटा दी गई हैं।