मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है भारत, स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग में 240% बढ़त की हासिल

भारत ने स्मार्टफोन निर्यातक रेस में चीन को पीछे छोड़ दिया है। दरअसल हालही में कई देशो के बीच टैरिफ वॉर चल रही है जिसका नुकशान चीन पर देखने को मिला टैरिफ वॉर के चलते चीन की सप्लाई चेन फ़ैल होती नजर आ रही है। कैनालिस कि एक रिपोर्ट ने इस बात का खुलासा किया है की 2025 के अप्रैल- जून में ग्लोबली हुए स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में भारत का 44 प्रतिशत हिस्सा रहा है। अगर बात करे पुराने रिकार्ड्स की तो पिछले साल भारत का ग्लोबल एक्सपोर्ट में केवल का 13 प्रतिशत हिस्सा था।

स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग 240% की बढ़त :

कैनालिस की रिपोर्ट की माने तो ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत से ज्यादा स्मार्टफोन एक्सपोर्ट हो के अमेरिका गए है। इस साल भारत में समर्टफोन मनुफैक्टरिंग का आकड़ा पिछले साल से 240% बढ़ा है।

एपल ने चीन में किया रिटेल स्टोर बंद :

एपल ने ये साफ कर दिया है की वो चीन में अपना पहला रिटेल स्टोर बंद कर रहे है। कंपनी ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है की डालियान शहर का पार्कलैंड मॉल स्टोर 9 अगस्त को बंद कर दिया जाएगा। इस कदम से चीन को बड़ा झटका लगा है क्योकि एपल चीन के लिए बेहद जरुरी है। ऐपल की कुल 56 आउटलेट्स चीन में है जिसमे से एक जल्द ही बंद होने वाली है, अब देखना यह है की क्या ऐपल ऐसे ही अपनी सारी स्टोर्स चीन से हटा देगा या नहीं।

भारत शिफ्ट हो सकती मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां 

चीन को मैन्युफैक्चरिंग हब भी कहा जाता है। कैनालिस के प्रमुख एनालिस्ट संयम चौरसिया का मानना है ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग भारत शिफ्ट हो सकती है। एजिलियन टेक्नोलॉजी के एक्जीक्यूटिव वीसी रेनॉड अंजोरन ने बताया की कई ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां भारत में शिफ्ट हो रही ही बता दे एजिलियन टेक्नोलॉजी चीन की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है।

टैरिफ वॉर जैसी स्तिथि में चीनी कंपनी के एक्जीक्यूटिव का ये बयान आना हैरान करने वाला है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की जल्दी ही भारत ग्लोबल एक्सपोर्ट में अपनी अलग पहचान बनाएगा