India Defence Attache: इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने 29 जून 2025 को साफ किया कि रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार की ऑपरेशन सिंदूर को लेकर की गई टिप्पणी को ‘संदर्भ से बाहर’ और ‘गलत तरीके से प्रस्तुत’ किया गया। जकार्ता में 10 जून को एक सेमिनार में कैप्टन कुमार ने कहा था कि भारतीय वायु सेना (IAF) ने मई 2025 में पाकिस्तान के साथ चार दिवसीय संघर्ष के दौरान ‘कुछ विमान’ खो दिए। उन्होंने इसका कारण राजनीतिक बाधाएं बताया, जिसके तहत IAF को पाकिस्तान के सैन्य बुनियादी ढांचे या हवाई रक्षा को निशाना बनाने से रोका गया था।
कैप्टन कुमार ने कहा, ‘केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठान या उनकी हवाई सुरक्षा पर हमला न करने की बाध्यता के कारण ऐसा हुआ।’ उन्होंने आगे बताया, ‘हार के बाद, हमने अपनी रणनीति बदली और हम सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने लगे… हमने सबसे पहले दुश्मन की हवाई सुरक्षा को दबाया और फिर… ब्रह्मोस मिसाइलों का उपयोग करके हमारे सभी हमले आसानी से हो गए।’
दूतावास ने पोस्ट शेयर कर दी सफाई
टिप्पणी के भारत में विवाद बनने के बाद दूतावास ने एक्स पर बयान जारी किया। बयान में कहा गया, ‘उनकी टिप्पणियों को संदर्भ से बाहर उद्धृत किया गया है और मीडिया रिपोर्ट वक्ता के इरादे का गलत प्रतिनिधित्व करती हैं।’ दूतावास ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना था, और भारतीय सेना नागरिक सरकार के निर्देशों का पालन करती है, जो ‘पड़ोसी देशों’ के विपरीत है।
कांग्रेस का सरकार पर हमला
कांग्रेस ने इस मुद्दे को भुनाते हुए मोदी सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया। पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने और विपक्ष को विश्वास में लेने से क्यों इनकार कर रहे हैं?’ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इसे ‘सीधा आरोप’ बताते हुए कहा, ‘वे जानते हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है।’
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने पहले स्वीकार किया था कि ऑपरेशन के शुरुआती चरण में नुकसान हुआ, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के छह जेट मार गिराने के दावे को ‘बिल्कुल गलत’ बताया। उन्होंने कहा, ‘महत्वपूर्ण बात यह नहीं है कि जेट गिरा, बल्कि यह है कि उन्हें क्यों गिराया गया।’