भारत ने दिया आतंक के अड्डों पर करारा जवाब! – बोले विदश सचिव

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक तीखी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया  कि “भारत ने तनाव नहीं बढ़ाया, बल्कि आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब दिया। 22 अप्रैल को पहलगाम में जो हमला हुआ, वही असली तनाव की शुरुआत थी – भारत ने उसका जवाब ऑपरेशन सिंदूर एक्शन के ज़रिए दिया।”

उन्होंने दो टूक कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ आतंक के ठिकाने थे, न कि कोई मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर। यह एक सटीक और नियंत्रित ऑपरेशन था – पूरी जिम्मेदारी के साथ।”

इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन है। भारत पहले ही इस खतरे की जानकारी संयुक्त राष्ट्र को दे चुका था, और अब फिर एक अहम मीटिंग में सबूतों के साथ अपडेट देगा।

विदेश सचिव ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि पहलगाम हमले के हमलावरों की पहचान हो चुकी है – और पाकिस्तान की सरज़मीं से फैलाई जा रही आतंक की साज़िशें अब पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अब आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना बन चुका है। UN भी इस निंदनीय घटना के अपराधियों को सज़ा दिलाने की मांग कर चुका है।”

“अब वक्त आ गया है कि इन दरिंदों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। पाकिस्तान बस आरोप-प्रत्यारोप में उलझा है, लेकिन भारत अपने लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। इसी दिशा में भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ संबंधों पर भी अहम फैसले लिए हैं।”