देश का सबसे छोटा गांव, बन रहा टूरिस्टों की पहली पसंद, यहां की खूबसूरती मोह लेगी मन

भारत एक ऐसा देश है जहां हर गली, हर गांव और हर कोना अपनी खास पहचान रखता है। कहीं शहरों की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी है, तो कहीं गांवों की सादगी और शांति। आज हम आपको भारत के सबसे छोटे गांव के बारे में बताएंगे, जो भले ही आकार में छोटा है, लेकिन खूबसूरती और शुद्धता में किसी से कम नहीं।

गांव का नाम है “हा”

जी हां, इस छोटे से गांव का नाम है “हा” (Ha)। यह गांव पूर्वोत्तर भारत के बेहद खूबसूरत राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थित है। खास बात ये है कि इसका नाम जितना छोटा है, ये गांव भी उतना ही छोटा और खास है।

कितना छोटा है ये गांव?

2011 की जनगणना के अनुसार, ‘हा’ गांव में सिर्फ 58 परिवार रहते हैं और इसकी कुल आबादी महज 289 लोग है। ये गांव कुरुंग कुमेय जिले के लॉन्गडिंग कोलिंग (पिप्सोरांग) सर्कल में आता है। भारत जैसे विशाल देश में, जहां कई गांवों में हजारों लोग रहते हैं, वहां ‘हा’ का इतना छोटा होना इसे और भी अलग बनाता है।

क्यों है ये गांव खास?

‘हा’ गांव की सबसे बड़ी खूबी इसकी प्राकृतिक सुंदरता है। यहां की हरियाली, ऊंचे पहाड़, साफ-सुथरी हवा और शुद्ध वातावरण इस जगह को किसी हिल स्टेशन से कम नहीं बनाते। कई लोग तो इसे “भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहने लगे हैं। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त इतना मनमोहक होता है कि देखने वाला बस देखता ही रह जाए।

टूरिज़्म का नया ठिकाना

पहले यह गांव बाकी दुनिया से काफी दूर और अनजान था। लेकिन जैसे ही सोशल मीडिया पर यहां की तस्वीरें और कहानियां वायरल हुईं, लोगों की नज़र इस गांव पर पड़ी। अब धीरे-धीरे ‘हा’ गांव टूरिज़्म के नक्शे पर अपनी जगह बना रहा है। जो लोग शांति, प्रकृति और भीड़-भाड़ से दूर रहना चाहते हैं, उनके लिए यह गांव परफेक्ट छुट्टी का स्थान बनता जा रहा है।