भारत-ब्रिटेन : सरकार भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते (सीईटीए) को बेहतर तरीके से लागू करने और इससे ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए तैयारियों में जुटी है। अगले 20 दिनों में देशभर में 1,000 से ज्यादा कार्यक्रम होंगे, जिनमें बैठकों, कार्यशालाओं और जागरूकता अभियानों का आयोजन होगा। इनका मकसद उद्योगों और राज्यों को इस समझौते के बारे में जानकारी देना और उन्हें इसके लाभों से अवगत कराना है। सूत्रों के मुताबिक, यह कार्यक्रम अलग-अलग क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे। टीमें राज्यों में जाकर लोगों को समझाएंगी कि यह व्यापार समझौता उनके लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।
चमड़ा और वस्त्र क्षेत्र के उद्यमियों से आज मिलेंगे केंद्रीय मंत्री गोयल
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सोमवार को चमड़ा और वस्त्र क्षेत्र के उद्यमियों के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर हो रही है। इस समझौते के लागू होने के बाद भारत का 99 प्रतिशत निर्यात बिना किसी शुल्क के ब्रिटेन जा सकेगा। इससे भारतीय निर्यातकों को बड़ा फायदा होगा। इसके साथ ही भारत भी ब्रिटेन से आने वाले कार, सौंदर्य प्रसाधन और व्हिस्की जैसे उत्पादों पर लगने वाला शुल्क कम करेगा।
भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते से 2030 तक व्यापार दोगुना करने का लक्ष्य
इस समझौते का मकसद भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार को बढ़ाना है। फिलहाल दोनों देशों के बीच करीब 56 अरब डॉलर का व्यापार होता है, जिसे 2030 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इस समझौते के अंतर्गत भारत ने चॉकलेट, बिस्कुट और कॉस्मेटिक जैसी उपभोक्ता वस्तुओं के लिए अपना बाजार उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है। इससे भारतीय उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प मिलेंगे, वहीं विदेशी कंपनियों को भारत में कारोबार का मौका मिलेगा। यह समझौता दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।