यूरेशियन ग्रुप (ईएजी) की बैठक से पहले औपचारिक बैठक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में हुई। सत्र की शुरूआत से पहले में इएजी के चेयरमैन और एजिक्यूटिव सेकेट्री ने ग्रुप की बैठक का उद्देश्य और कार्यप्रणाली की जानकारी दी। ईएजी बैठक में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सभी मेहमानों का इंदौर में स्वागत है। अब वसुदैव कुटुंबकम की परिकल्पना साकार हो रही हैं। भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। अब आंतकवादियों के द्वारा किए जा रहे साइबर क्राइम से मुक़ाबला करने की जरूरत है। कोविडकाल का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने 100 अन्य देशों को वैक्सीन भेजी। यहां यूरेशियन ग्रुप (ईएजी) की पांच दिवसीय बैठक में मनी लांड्रिंग एवं आतंकवाद के वित्त पोषण के खिलाफ विश्वव्यापी रणनीति बनाई जाएंगी। जिसकों लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने बैठक की शुरूआत से ही भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी बात रखी।
196 डेलीगेट हुए बैठक में शामिल
यूरेशियन ग्रुप की बैठक में 16 देशों और 13 संगठनों के 196 डेलीगेट शामिल होने पहुंचेगे। वहीं पहले दिन आतंकवादियों द्वारा धन जुटाने के लिए उपयोग किए जाने वाले साधनों के संगठन और उनके बीच धन देने में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
यूरेशियन ग्रुप की बैठक में चीन का दल भी पहुंचा
यूरेशियन ग्रुप की बैठक में चीन का भी पांच सदस्यीय दल इंदौर पहुंचा है। वहीं इंदौर में कई विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मेहमानों के स्वागत-सत्कार से लेकर परिवहन, भोजन, ठहरने और भ्रमण की बेहतर व्यवस्थाएं में जुटे है, ताकि अतिथि देवो भव: का अच्छा अनुभव लेकर प्रतिनिधि इंदौर से लौटें। वहीं बैठक में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भरतीय दल के एचओडी विवेक अग्रवाल, कलेक्टर आशीष सिंह शामिल रहे। वहीं मंत्री विजयवर्गीय ने ईएजी के चेयरमैन का स्वागत किया। बैठक में कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा के बाद बैठक के अंतिम सत्र में डाफ्ट तैयार किया जाएगा जिस पर सभी 16 देशों की सरकारें एक साथ काम करेंगी।