Trade in Indian Currency :भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) के अधिकारी पिछले कुछ महीनों से संयुक्त अरब अमीरात, नाइजीरिया और रूस में अपने समकक्षों के साथ चर्चा कर रहे हैं ताकि देशों की स्थानीय मुद्राओं के साथ रुपया व्यापार तंत्र पर काम किया जा सके।
Trade in Indian Currency:रूस के बाद जल्द ही यूएई, मलेशिया और नाइजीरिया के साथ भारतीय रुपये में व्यापार समझौता संभव होगा। रुपया-दिरहम व्यापार समझौता जल्द ही होने की उम्मीद है क्योंकि सौदे के विवरण को अंतिम रूप देने के लिए भारत के वरिष्ठ वित्त और बैंक अधिकारी अबू धाबी की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।
Trade in Indian Currency:बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि भारत अगले महीने तक स्थानीय मुद्राओं में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटान की सुविधा के लिए मलेशिया और नाइजीरिया के साथ भी समझौता कर सकता है। प्रभावी होने के बाद, निर्यातकों और आयातकों के लिए लेनदेन लागत कम हो जाएगी।
अधिकारी ने कहा, ‘अफ्रीकी देश (जैसे नाइजीरिया) भी स्थानीय मुद्रा में कारोबार के निपटान में रुचि ले रहे हैं क्योंकि विदेशी मुद्रा का संकट है। इस साल मंदी का डर बढ़ रहा है, ऐसे में कुछ देश विदेशी मुद्रा के संकट की चपेट में आ सकते हैं।’
अधिकारियों ने कहा कि यूएई का हित इस व्यवस्था में अहम है। केंद्रीय बैंक ने पहले ही एक नोडल पर्सन को चिह्नित किया है। व्यापक विचार यह है कि एक ढांचा तैयार किया जाए, जो लेन-देन की लागत घटाएगा और इससे किसी तीसरी मुद्रा के माध्यम से कारोबार करने की गतिविधि बंद होगी।आयातकों और निर्यातकों को मुद्रा विनिमय में धन गंवाना पड़ता है। उदाहरण के लिए कारोबार के दौरान पहले रुपये को डॉलर में बदला जाता है, उसके बाद उसे किसी अन्य मुद्रा में बदला जाता है। केंद्रीय बैंक स्थानीय मुद्रा में कारोबार की मात्रात्मक हिस्सेदारी को लेकर भी चर्चा कर रहा है
Trade in Indian Currency: Federation of Indian Export Organizations (FIEO) के महानिदेशक (डीजी) और मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) अजय सहाय ने कहा, ‘भारत इन तीन देशों से बड़े पैमाने परआयात करता है और कारोबार का संतुलन उनके पक्ष में है, ऐसे में भारतीय रुपये में कारोबार शुरू होने से हमारी विदेशी मुद्रा बचेगी। इसके अलावा इससे छोटे और नए निर्यातकों को भी मदद मिलेगी, क्योंकि वह मुद्रा के विनिमय के उतार चढ़ाव और इससे जुड़ी जटिलताओं के जोखिम से बचे रहेंगे।’
Trade in Indian Currency