Indian Cricketers: दो टेस्ट मैचों के बीच सबसे ज्यादा टेस्ट मिस करने वाले भारतीय क्रिकेटर

Indian Cricketers: हेडिंग्ले में चल रहे भारत-इंग्लैंड टेस्ट में करुण नायर ने आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी कर इतिहास रच दिया। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक (303*) लगाने वाले नायर ने 77 टेस्ट मिस किए। 2024-25 रणजी ट्रॉफी में 53.93 की औसत से 863 रन और विजय हजारे ट्रॉफी में 389.50 की औसत से पांच शतक बनाकर उन्होंने वापसी की। कैंटरबरी में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 204 रन की पारी ने उनकी जगह पक्की की। 33 वर्षीय नायर अब भारत के मध्यक्रम की नई उम्मीद हैं।

दिनेश कार्तिक का लंबा इंतजार

दिनेश कार्तिक ने 2010 से 2018 तक 87 टेस्ट मिस किए, जो भारतीय क्रिकेटरों में दूसरा सबसे लंबा अंतर है। 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने वाले कार्तिक ने 23 टेस्ट खेले, लेकिन एमएस धोनी और रिद्धिमान साहा की मौजूदगी ने उनकी राह मुश्किल की। 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में वापसी पर वह सिर्फ चार रन बना सके। कार्तिक ने 26 टेस्ट में 25 की औसत से 1025 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल है। प्रथम श्रेणी में उनके 9600+ रन उनकी मेहनत को दर्शाते हैं।

पार्थिव पटेल की दमदार वापसी

गुजरात के पार्थिव पटेल ने 2008 से 2016 तक 83 टेस्ट मिस किए। 17 साल की उम्र में 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू करने वाले पटेल सबसे कम उम्र के टेस्ट विकेटकीपर थे। 2016 में मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ वापसी पर उन्होंने 42 और नाबाद 67 रन बनाकर भारत की जीत में योगदान दिया। धोनी और साहा से प्रतिस्पर्धा के बावजूद, पटेल ने 25 टेस्ट में 31.13 की औसत से 934 रन बनाए, जिसमें छह अर्धशतक शामिल हैं। प्रथम श्रेणी में उनके 11,000+ रन उनकी निरंतरता का सबूत हैं।

अभिनव मुकुंद का अधूरा सफर

बाएं हाथ के बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ने 2011 से 2017 तक 56 टेस्ट मिस किए। 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले मुकुंद ने सात टेस्ट खेले, लेकिन लगातार मौके नहीं मिले। 2016-17 रणजी सीजन में 849 रन और चार शतकों के साथ उन्होंने वापसी की। 2017 में गॉल में 81 रन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया, लेकिन फिर टीम में जगह नहीं बना सके। सात टेस्ट में 320 रन बनाकर वह अब जियोस्टार में कमेंट्री कर रहे हैं।

जयदेव उनादकट का रिकॉर्ड

जयदेव उनादकट ने 2010 से 2022 तक 118 टेस्ट मिस किए, जो भारतीय क्रिकेटरों में सबसे ज्यादा है। 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू करने वाले इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को 12 साल बाद 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ मौका मिला। घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए शानदार प्रदर्शन, खासकर 2019-20 रणजी ट्रॉफी में 67 विकेट, ने उनकी वापसी कराई। हालांकि, टेस्ट में उनका योगदान सीमित रहा, और वह अब तक केवल चार टेस्ट खेले हैं।