भारतीय सेना की सर्जिकल प्रिसीजन स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने रात में बौखलाहट में सीमा पर जवाबी हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणाली ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात के 15 शहरों पर किए गए ड्रोन और मिसाइल अटैक की सारी कोशिशें नाकाम कर दीं।
इसके तुरंत बाद भारत ने दिन में ही पाकिस्तान के लाहौर, कराची, रावलपिंडी, सियालकोट और बहावलपुर जैसे प्रमुख शहरों में मौजूद सैन्य ठिकानों और एयर डिफेंस सिस्टम पर हरोप ड्रोन और मिसाइलों से धावा बोला। लाहौर में तैनात चीन निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को नेस्तनाबूद कर भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सुरक्षा का भ्रम चकनाचूर कर दिया।
लाहौर की छाती पर हमला, HQ-9 सिस्टम ध्वस्त
भारत का सबसे तगड़ा प्रहार लाहौर पर हुआ, जहां हरोप ड्रोन ने निशाना साधकर एयर डिफेंस सिस्टम को मिट्टी में मिला दिया। इस हमले में पाकिस्तान के चार सैनिक घायल हुए और पूरा सैन्य कमांड स्ट्रक्चर हिल गया। सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा ऑपरेशन भारतीय वायुसेना ने अंजाम दिया, जिसने पाकिस्तानी एयरस्पेस को भेदते हुए दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया।
बौखलाए पाकिस्तान की ताबड़तोड़ कोशिशें नाकाम
पाकिस्तान ने भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी फायरिंग शुरू कर दी। मगर भारत ने साफ कर दिया — अगर टकराव बढ़ाने की कोशिश की गई तो हर गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमलों के बाद आपातकालीन हाई-लेवल मीटिंग बुलाई, वहीं पाक सेना ने खुद कबूल किया कि उनके एयर डिफेंस पर हमला हुआ और सैनिक घायल हुए हैं।
रक्षा मंत्रालय की पुष्टि — भारत का सटीक पलटवार
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि गुरुवार सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई ठिकानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। यह सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं थी, यह था एक स्पष्ट संदेश था कि भारत अब हर नापाक हरकत का जवाब सीधे दुश्मन के दिल तक पहुंचकर देगा।