Indigo Airlines: इंडिगो एयरलाइंस ने महिला यात्रियों के लिए एक नया फीचर पेश किया है, जिसमें वेब चेक-इन के दौरान उन्हें यह देखने का ऑप्शन मिलेगा कि किन सीटों पर पहले से महिलाएं बैठी हैं। इस तरह से महिला यात्री अपनी सीट चुनते समय यह देख सकती हैं कि कौन सी सीटें अन्य महिलाओं द्वारा बुक की गई हैं और इसके आधार पर अपनी सीट का चयन कर सकती हैं। इससे वे चाहें तो किसी महिला के बगल में अपनी सीट चुन सकती हैं।
इंडिगो एयरलाइंस ने महिला यात्रियों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए एक नई सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के तहत, वेब चेक-इन करते समय महिलाएं देख सकती हैं कि किन सीटों पर पहले से महिलाएं बैठी हैं, जिससे वे अपनी सीट ऐसी महिला के बगल में चुन सकती हैं यदि चाहें। यह पहल खासकर अकेले यात्रा कर रही महिलाओं के लिए सुरक्षा और आराम को ध्यान में रखते हुए की गई है। एयरलाइन ने इस सुविधा को लागू करने से पहले महिला यात्रियों की आवश्यकताओं को समझने के लिए मार्केट रिसर्च भी की है। यह सुविधा केवल वेब चेक-इन करने वाली महिला यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी, चाहे वे अकेले यात्रा कर रही हों या परिवार के साथ।
यात्री वेब चेक-इन के माध्यम से एयरपोर्ट चेक-इन काउंटर पर जाए बिना कंप्यूटर या स्मार्टफोन से चेक-इन की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। घरेलू उड़ानों के लिए, आमतौर पर डिपार्चर टाइम से 48 घंटे पहले ऑनलाइन चेक-इन किया जा सकता है, और यह टेकऑफ से 2 घंटे पहले बंद हो जाती है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए, वेब चेक-इन आमतौर पर डिपार्चर टाइम से 24 घंटे पहले शुरू होती है और उड़ान भरने से 60 मिनट पहले बंद हो जाती है। हालांकि, विभिन्न एयरलाइनों के लिए वेब चेक-इन की समय सीमा अलग हो सकती है।
वेब चेक-इन की सामान्य प्रक्रिया में सबसे पहले एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और अपना पीएनआर या बुकिंग रेफरेंस नंबर, यात्री का लास्ट नाम, और ई-मेल दर्ज करें। फिर उन यात्रियों को चुनें जिनका आप वेब चेक-इन करना चाहते हैं। इसके बाद उपलब्ध सीटों से अपनी पसंद की सीट चुनें और प्रोसीड पर क्लिक करें। अंत में, अपना बोर्डिंग पास जनरेट करने के लिए चेक-इन बटन पर क्लिक करें। हालांकि, यह प्रक्रिया एयरलाइन के अनुसार थोड़ी भिन्न हो सकती है।
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, इंडिगो एयरलाइंस की नई सुविधा महिलाओं को यह देखने की अनुमति देती है कि किन सीटों पर पहले से महिलाएं बैठी हैं, जिससे वे अपनी सीट अधिक सुरक्षित तरीके से चुन सकती हैं। इससे उन परिस्थितियों से बचने में मदद मिलेगी जहां महिलाएं अनजान पुरुषों के बगल में बैठने के लिए मजबूर हो जाती हैं, जो कभी-कभी असहज और असुरक्षित महसूस करवा सकता है।