मध्य प्रदेश में इंडिगो का बड़ा फैसला, भोपाल-इंदौर समेत 4 हवाई अड्डों से 60 से ज़्यादा उड़ानें रद्द, मार्च तक यात्री परेशान

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने मध्य प्रदेश के यात्रियों को एक बड़ा झटका दिया है। एयरलाइन ने “परिचालन संबंधी कारणों” का हवाला देते हुए राज्य के चार प्रमुख हवाई अड्डों से पांच दर्जन (60) से ज़्यादा उड़ानें रद्द कर दी हैं। यह फैसला विंटर शेड्यूल के तहत लिया गया है, जो 27 अक्टूबर से 29 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगा।

इस अचानक लिए गए फैसले से हज़ारों यात्री प्रभावित हुए हैं, जिन्होंने महीनों पहले दिवाली, छठ पूजा और शादियों के सीजन के लिए अपनी टिकटें बुक करा ली थीं। अब उन्हें अंतिम समय में दूसरी एयरलाइंस से कई गुना महंगी दरों पर टिकट खरीदने पड़ रहे हैं या फिर अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ रही है।

किन हवाई अड्डों पर पड़ा असर?

इंडिगो ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर हवाई अड्डों से संचालित होने वाली अपनी कई उड़ानों को बंद कर दिया है। सबसे ज़्यादा असर इंदौर पर पड़ा है, जबकि भोपाल से भी कई महत्वपूर्ण शहरों के लिए सीधी कनेक्टिविटी खत्म हो गई है।

भोपाल: राजा भोज एयरपोर्ट
राजधानी भोपाल से लखनऊ, रायपुर और उदयपुर के लिए उड़ानें पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद के लिए रोज़ाना संचालित होने वाली उड़ानें अब सप्ताह में केवल तीन दिन ही उपलब्ध होंगी। हालांकि, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गोवा के लिए उड़ानें नियमित रूप से जारी रहेंगी।

इंदौर: देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट
राज्य के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे इंदौर से सबसे ज़्यादा उड़ानें रद्द की गई हैं। यहां से चंडीगढ़, जम्मू, लखनऊ, वाराणसी, रायपुर, नागपुर और जोधपुर जाने वाली उड़ानें विंटर शेड्यूल से हटा दी गई हैं।

जबलपुर और ग्वालियर
जबलपुर और ग्वालियर से भी मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे बड़े महानगरों को जोड़ने वाली सीधी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इससे इन क्षेत्रों के यात्रियों को अब कनेक्टिंग फ्लाइट्स का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे समय और पैसा दोनों अधिक लगेगा।

यात्रियों को क्या विकल्प दे रही है कंपनी?

इंडिगो ने प्रभावित यात्रियों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर सूचना भेजना शुरू कर दिया है। कंपनी यात्रियों को दो विकल्प दे रही है — या तो वे अपने टिकट का पूरा पैसा वापस (फुल रिफंड) ले सकते हैं, या फिर वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के किसी दूसरी तारीख या उड़ान में अपनी सीट बुक करा सकते हैं।

त्योहारी सीजन में जेब पर दोहरी मार

एयरलाइन के इस फैसले ने यात्रियों का बजट बिगाड़ दिया है। जिन लोगों ने 2-3 महीने पहले सस्ती दरों पर टिकट बुक किए थे, अब उन्हें अंतिम समय में दूसरी एयरलाइंस के लिए दोगुनी से तीन गुनी कीमत चुकानी पड़ रही है। त्योहारी सीजन के कारण मांग ज़्यादा होने से अन्य एयरलाइंस के किराए भी आसमान पर हैं, जिससे आम यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।