आपातकाल: कांग्रेस पर पाप का दाग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश कभी नहीं भूल सकता कि इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता को बचाने के लिए देश में आपातकाल लागू किया था। उन्होंने इसे कांग्रेस पार्टी के इतिहास पर एक ‘पाप का दाग’ करार दिया, जिसे कभी भी धोया नहीं जा सकता। मोदी का कहना था कि यह घटनाक्रम यह दिखाता है कि कैसे सत्ता की भूख के चलते संविधान की अवहेलना की गई।
संविधान को कमजोर करने का कांग्रेस का इतिहास
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान की अवहेलना की है और उसे कमजोर करने का प्रयास किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान के साथ लगातार छेड़छाड़ की और देश के लोकतंत्र को कमजोर किया। उन्होंने कहा कि 75 वर्षों के इस सफर में एक ही परिवार ने 55 साल तक देश पर शासन किया, और यह समय देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि इस दौरान संविधान के साथ खिलवाड़ किया गया।
इंदिरा गांधी के शासन में संविधान की हत्या
प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के समय में संविधान का उल्लंघन किया गया था। उन्होंने बताया कि जब अदालत ने इंदिरा गांधी के चुनाव को रद्द कर दिया था, तो उन्होंने संविधान को नकारते हुए आपातकाल लागू कर दिया था। इससे यह साबित होता है कि इंदिरा गांधी की सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की थी और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था।
संविधान में बार-बार संशोधन: कांग्रेस की आदत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को संविधान में बार-बार संशोधन करने की आदत पड़ गई थी। उन्होंने विशेष रूप से डॉ. राजेंद्र प्रसाद के उस समय के संदर्भ का उल्लेख किया जब उन्होंने पंडित नेहरू को संविधान में बदलाव के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन पंडित नेहरू ने इसे नजरअंदाज कर दिया। मोदी ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने संविधान को कई बार संशोधित किया और इसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए किया।
आरक्षण पर कांग्रेस का विरोध: पंडित नेहरू से राजीव गांधी तक
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर आरक्षण के खिलाफ भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक, कांग्रेस के अधिकांश नेताओं ने आरक्षण के खिलाफ खुले तौर पर विरोध किया था। उन्होंने बताया कि पं. नेहरू ने आरक्षण के खिलाफ लंबे पत्र लिखे और सदन में भी इसका विरोध किया। मोदी ने यह भी बताया कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट कई दशकों तक कांग्रेस की सरकार ने दबाए रखी और इसे लागू नहीं होने दिया। जब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पीछे हटते हुए आरक्षण को लागू किया, तब जाकर गरीबों और पिछड़ों को उनका हक मिला।