इंदिरा के तीसरे पुत्र कमलनाथ का भाजपा में जाना तय

स्वतंत्र समय, भोपाल।

चार साल पहले ग्वालियर-चंबल के महाराज के जाने के बाद अब महाकौशल समेत मप्र के कई अंचलों के सिरमौर नेता पूर्व सीएम कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच यह चर्चा भोपाल से लेकर देशभर में होने लगी है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कहे जाने वाले कमलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चाओं से देशभर में हलचल मच गई है। इन चर्चाओं के बीच कमलनाथ और बेटे एवं छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ दिल्ली पहुंच गए हैं। इन दोनों नेताओं की भाजपा के दिग्गज नेताओं से मेल मुलाकात की चर्चाएं तेज होने से तय माना जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि अगर ऐसा होगा तो जानकारी दी जाएगी। इन चर्चाओं पर विराम देने के बजाए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं उत्साहित नहीं हूं, अगर ऐसी कोई बात होगी तो मैं सबसे पहले खबर करूंगा। इंदिरा गांधी से लेकर राजीव-सोनिया गांधी के साथ काम कर चुके और उनके काफी नजदीकी भी रहे 9 बार के सांसद कमलनाथ के कांग्रेस छोडऩे को लेकर दिग्गज नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।

जहां कमलनाथ वहां मैं भी: सज्जन वर्मा

पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा बोले जब स्वाभिमान पर चोट लगती है तो व्यक्ति अपने फैसले बदल लेता है। जहां कमलनाथ, वहां हम, 40 साल से कमलनाथ के साथ। कांग्रेस से महापौर विक्रम अहके ने कहा कि हमें सिर्फ मीडिया से ही जानकारी मिल रही है। पूर्व सीएम कमल नाथ अपने व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली गए हैं, एक दिन पहले इसलिए लौट गए है। कमल नाथ पहले भी कह चुके हैं कि वो कांग्रेस नहीं छोड़ रहे हैं। लिहाजा इस तरह की खबरें निराधार हैं, मुझे ऐसी कोई संभावना नजर नहीं आ रही। फिर भी अगर कोई निर्णय लिया गया तो हम उनके साथ हैं।

नाथ कभी कांग्रेस से नाराज नहीं हो सकते: राजमणि

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने कहा कमलनाथ के काम, उनकी सेवा को देखते हुए तो ऐसा नहीं लगता है कि पार्टी से उनकी नाराजग़ी होगी। पार्टी से दूसरे लोग नाराज हो सकते हैं, लेकिन जहां हाईकमान से भी ज्यादा उनकी चलती हो, ऐसी स्थिति में उपेक्षा का कोई सवाल ही नहीं है और वे पार्टी छोडक़र नहीं जाएंगे।

नाथ के भाजपा पर भी घनघोरिया नहीं जाएंगे

कांग्रेस के जबलपुर से एक मात्र विधायक लखन घनघोरिया कमलनाथ के कट्टर समर्थकों में से एक हैं। घनघोरिया ने अपनी राजनीतिक पारी कमलनाथ के सानिघ्य में शुरू की है और लखन के लिए कांग्रेस के सर्वेसर्वा सिर्फ कमलनाथ ही रहे हैं। उनकी ही छत्रछाया में घनघोरिया कांग्रेस नेता बने और कई बार विधायक और मंत्री भी बनाए गए हैं। लखन के विश्वस्थ एक नेता ने बताया कि कमलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चा सही है और अगर वे जाते भी हैं तो लखन घनघोरिया कांग्रेस छोडक़र नहीं जाएंगे। जब उनसे बात करने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि घनघोरिया जबलपुर में एक कार्यक्रम में मंच पर मौजूद हैं। थोड़ी देर में बात कराऊंगा।

गांधी परिवार को छोड़कर जाने वाले नहीं: दिग्विजय

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, वे उस समय उनके साथ खड़े थे जब पूरी जनता पार्टी और केंद्र की सरकार इंदिरा गांधी को जेल भेज रही थी। आप उनसे उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं कि वे सोनिया गांधी के परिवार को छोडक़र जाएंगे।

इंदिरा के तीसरे बेटे की यह खबरें निराधार: पटवारी

मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि ये खबरें निराधार हैं। क्या आप सपने में भी सोच सकते हैं कि इंदिरा का तीसरा बेटा कांग्रेस छोड़ सकता है। जिनके नेतृत्व में 2 महीने पहले हमने चुनाव लड़ा। जिन्हें सीएम बनाने कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना सब कुछ न्योछावर करता रहा, क्या वो कांग्रेस को छोडक़र जा सकते हैं। कमलनाथ, सिंधिया की तरह नहीं हैं। वे विचारधारा से कांग्रेसी हैं और वे पद-प्रतिष्ठा के लिए कभी भी अपना मत नहीं बदलते हैं। उन्हें जीवन में सभी पद मिले हैं। वे जा सकते हैं ये सोचना भी मैं सही नहीं मानता हूं।

मुरैना के विधायक और मेयर दिल्ली रवाना

मुरैना से कांग्रेस विधायक दिनेश गुर्जर और मुरैना महापौर शारदा सोलंकी दिल्ली रवाना हुए हैं। अटकलें हैं कि ये दोनों नेता भी भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं।

एक दो दिन में बीजेपी के हो जाएंगे कमलनाथ: दीपक सक्सेना

कमलनाथ के करीबी और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कहा है कि कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ की उपेक्षा कर रहा था, उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया। विधानसभा चुनाव में हार का ठीकरा उन्हीं के सिर पर फोड़ा। उन्हें राज्यसभा की सीट भी नहीं दी। सक्सेना ने कहा कि अगले 1 से 2 दिन में कमलनाथ और नकुलनाथ बीजेपी ज्वॉइन कर लेंगे। छिंदवाड़ा के विकास को जारी रखने के लिए यह कदम उठाना पड़ा है।

कांग्रेस नेता का कमलनाथ के नाम खुला पत्र

भिंड से 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े देवाशीष जरारिया ने कमलनाथ के नाम खुला पत्र लिखा है। उन्होंने कहा- सर पर लोकसभा चुनाव है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना और उनका हौसला बढ़ाना शीर्ष नेतृत्व का काम है, लेकिन जिस तरीके की खबरें मीडिया के माध्यम से आ रही है। सोचिए मुझ जैसे मप्र के लाखों कार्यकर्ताओं पर क्या बीत रही होगी।

हरदा विधायक बोले- मैं हमेशा कांग्रेस के साथ

हरदा से कांग्रेस विधायक डॉ. आर के दोगने का कहना है कि वो हमेशा कांग्रेस के साथ है। उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ के भाजपा में जाने की खबरों को मात्र अटकलें बताया है।