इंदौर एयरपोर्ट का होगा विस्तार, बिजासन टेकरी के नीचे मिली 20.48 एकड़ जमीन

इंदौर में देवी अहिल्या एयरपोर्ट का अब विस्तार होने वाला है। जी हां, इसके लिए बिजासन टेकरी के नीचे दी गई 20.48 एकड़ जमीन पर एयरपोर्ट प्रबंधन 7 साल बाद कब्जा लेगा। साथ ही एयरपोर्ट विस्तार मे बाधा बनने वाले रास्ते के स्थान को वैकल्पिक सड़क बनाएगा। वहीं इस पर सहमति भी बन चुकी है। मई के अंत तक प्रबंधन इस जमीन पर बाउंड्रीवॉल तैयार करेगा, जिसके लिए टेंडर भी जारी हो चुके है। इसके लिए 2 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च होगे। आपको बता दें क एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रबंधन ने बिजासन टेकरी के नीचे की जमीन पसंद की थी। इसके लिए प्रबंधन ने जिला प्रशासन के सामने अपनी मांग भी रखी थी लेकिन उषाराजे ट्रस्ट मे इस भूमि पर दावा ठोक दिया था। जिसके बाद ये मामला न्यायालय पहुंचा गया और फैसला जिला प्रशासन के पक्ष में आया।

न्यायालय ने लिया अपने पक्ष मे फैसला

अक्टूबर 2018 मे राज्य शासन ने बिजासन टेकरी के नीचे की 20.48 एकड़ जमीन विमानतल को देने की घोषणा करदी, लेकिन बिजासन टेकरी और आगे धार रोड़ की तरफ जाने वाले रास्ते के निकलने के कारण शासन ने आदेश दिया था कि वैकल्पिक मार्ग बनने तक एयरपोर्ट इस जमीन पर कब्जा नहीं ले सकेगा। पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने ली आपत्ति पहले जब सेंट्रल स्कूल के पास से सड़क निकालने की बात हुई थी। तब पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने आपत्ति इस पर आपत्ति ली थी कि एयरपोर्ट विस्तार के लिए पहले ही जमीन कम मिली है। अब उसमें भी रोड़ निकाला जाएगा। इसके बाद वैकल्पिक सड़क के रूप मे सुपर कॉरिडोर का एक्सटेंशन तैयार किया गया।

बिजासन प्रबंधन ने भी जताई आपत्ति

सुपर कॉरिडोर के एक्सटेंशन के रूप मे तैयार वैकल्पिक रास्ते के बाद बिजासन मंदिर प्रबंधन ने सड़क बंद करने पर आपत्ति ली और कहा कि नया मार्ग बहुत लंबा है इससे भक्तो को परेशनी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए ये मामला फिर अटक गया। लेकिन पिछले महीने ही सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर आशीष सिंह ने एयरपोर्ट अधिकारियो के बीच बैठक की। जिसमें ये फैसला लिया गया कि सेंट्रल स्कूल के पास सड़क बनाई जाएगी।

वहीं एयरपोर्ट प्रबंधन ने बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिए है। इन कामों में 2.53 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। काम 9 महीने मे पूरा होगा। बाउंड्रीवॉल के अलावा सिक्योरिटी हट और रेसिडेंस एरिया के एक भाग मे बाउंड्रीवॉल का काम शामिल है। साथ ही इस भूमि पर प्राथमिकता के आधार पर मल्टीलेवल कार पार्किंग भी बनाई जाएगी। जिसके बाद एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल बनने का रास्ता भी साफ हो जाएगा।