इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने दिखाई संवेदनशीलता, बेसहारा वृद्धा का तुरंत हुआ इलाज

मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने एक बार फिर अपनी मानवीय और संवेदनशील कार्यशैली का परिचय दिया। जनसुनवाई में एक बेसहारा वृद्ध महिला भर्ती इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि इस दुनिया में उनका कोई सहारा नहीं है और उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा है।

व्यथा सुनते ही तुरंत दिया उपचार का आदेश

कलेक्टर शिवम वर्मा ने वृद्धा की पीड़ा को गंभीरता से सुना और बिना किसी देरी के स्वास्थ्य विभाग को उनके लिए आवश्यक इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी देवेंद्र रघुवंशी ने तुरंत कार्रवाई की और वृद्धा को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज शुरू हो गया।

एनजीओ को सौंपी अम्मा की देखभाल की जिम्मेदारी

इलाज के साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कि वृद्धा को रहने, देखभाल और अटेंडर की सुविधा बिना किसी बाधा के मिलती रहे, उनकी पूरी जिम्मेदारी आगे एक सामाजिक संस्था (एनजीओ) को सौंप दी गई। संस्था की टीम अब उनकी सेवा और देखभाल पर पूरी तरह ध्यान दे रही है।

प्रशासन की संवेदनशील छवि का उदाहरण

कलेक्टर शिवम वर्मा का यह कदम इंदौर प्रशासन की संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण का प्रमाण है। जनसुनवाई में आए हर जरूरतमंद की समस्याओं को गंभीरता से सुनना और तत्काल समाधान सुनिश्चित करना उनकी कार्यशैली को अलग बनाता है।