इंदौर के मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच प्रस्तावित पुल का निर्माण कार्य बीते कुछ हफ्तों से रुका हुआ था। इसका कारण बना था अतिक्रमण को लेकर पार्षद लाल बहादुर वर्मा और ठेकेदार के बीच चला आ रहा विवाद। बताया जा रहा है कि विवाद एक दुकानदार की दुकान हटाने को लेकर था, जहां पार्षद ने सख्ती दिखाई तो ठेकेदार ने विरोध में काम रोक दिया और नया टेंडर जारी करने की मांग तक कर डाली।
इस खींचतान का खामियाजा स्थानीय व्यापारियों और आम लोगों को भुगतना पड़ा। परेशान होकर व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक रमेश मेंदोला से मिला और उन्हें हस्तक्षेप करने को कहा। इसके बाद एमआईसी सदस्य राजेन्द्र राठौर ने जानकारी दी कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
राठौर के अनुसार कुछ अतिक्रमणों को हटा दिया गया है और कुछ को हटाने के लिए नोटिस देकर समय दिया गया है। अब निर्माण कार्य में कोई रुकावट नहीं आएगी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान शहरवासियों के बीच यह सवाल भी उभरा कि क्या इंदौर में जनहित से ज्यादा निजी हितों को प्राथमिकता दी जा रही है?