Budget Session: शेरो-शायरी, तंज कसने और आपसी बहस में ही उलझे रहे पार्षद

स्वतंत्र समय, इंदौर

पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों में सबसे बड़ा बजट पेश करने वाले इंदौर नगर निगम में आज बजट सत्र ( Budget Session ) के दूसरे दिन मुद्दों पर चर्चा कम और हंगामा – शोर शराबा ज्यादा हुआ। बजट सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष कई बार जमकर तकरार भी हुई। जनता को उम्मीद थी कि 8000 करोड़ से ज्यादा के बजट पर गंभीर चर्चा होगी, लेकिन सदन में पार्षद शेरो-शायरी, तंज कसने और आपसी बहस में ही उलझे रहे। बजट पर हुई बहस के दौरान पक्ष और विपक्ष ने बजट पर चर्चा करने के बजाय नेशनल मुदृदें ज्यादा हावी रहे, जिसमें तीन तलाक, वक्फ, औरंगजेब का नाम लिया गया, जिसका बीजेपी पार्षदों ने श्रीराम, शिवाजी के नारे लगाकर विरोध किया। बजट सत्र के दौरान शाम होते होते भारी हंगामे और शोर शराबे के बीच वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट बहुमत के साथ पारित किया गया।

Budget Session का दूसरा दिन हंगामें की भेंट

इंदौर नगर निगम का बजट पेश होने के बाद उस पर बहस के लिए गुरुवार को हुआ सम्मेलन हंगामे और शोरगुल की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस पार्षदों ने बेलेश्वर बावड़ी हादसे में आरोपियों के बरी होने पर निगम परिषद को घेरा। कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि इंदौर के सबसे बड़े हादसे में 36 लोगों की जान गई। उसमें अफसरों को बचाने के लिए केस जानबूझकर कमजोर किया गया। आरोपी भी इस केस में बरी हो गए। इस मुद्दे पर देर तक पार्षदों ने हंगामा किया। कुछ देर बाद नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने बजट पर बहस शुरू की। उन्होंने कहा कि निगम परिषद कई मुद्दों पर विफल हुई है। श्वानों की संख्या रोकने और शहर को भिक्षुक मुक्त करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन वह प्रशासन चला रहा है। निगम की दूरदृष्टी सोच नहीं बची। लोक परिवहन को बढ़ावा देने के बजाय बीआरटीएस को तोडऩे का फैसला लिया गया।

फर्जी बिल घोटाले में क्या हुआ, कितनी वसूली हुई?

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने जैसे ही बजट सम्मेलन में बजट पेश किया, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे सहित अन्य विपक्ष के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। चौकसे ने सभापति मुन्नालाल यादव को संबोधित करते हुए कहा कि हम पूरा बजट शांति से सुनेंगे, उससे पहले मेरा सवाल है कि नगर निगम में जो करोड़ों का फर्जी बिल घोटाला हुआ, उसमें आपने क्या किया? कितने रुपयों की वसूली हुई और कितनी वसूली होगी? विपक्ष का हंगामा देख कई पार्षद और एमआइसी सदस्य भी हंगामा करने लगे।

बहस के दौरान किसने, क्या कहा…

  • पार्षद दल के सचेतक कमल वाघेला में कहा कि शहर की नदियों के किनारों से अतिक्रमण हटना चाहिए। उन्होंने एमआर चार सडक़ निर्माण को भी जल्दी पूरा करने की बात कही।
  • राजस्व समिति प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने कहा कि जीआईएस सर्वे से टैक्स का आंकलन किया जा रहा है। जल्दी ही हमारा पोर्टल भी तैयार हो जाएगा।
  • जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर ने कहा कि इंदौर में दस से ज्यादा स्थानों पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाए जा रहे हैं। निगम संजीवनी क्लिनिक भी खोल रहा है।
  • जल कार्य समिति प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलू ने कहा कि इंदौर के पुराने जलस्रोतों का संरक्षण किया जा रहा है। इसके अलावा तालाब बनाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है।
  • स्वास्थ्य समिति प्रभारी अश्विनी शुक्ला ने कहा कि इंदौर में सफाई के नए संसाधन खरीदे जा रहे हैं। शहर की मंडियों को जीरो वेस्ट बनाया जा रहा है। इंदौर आठवीं बार भी सफाई में नंबर वन होगा।
  •  पार्षद रुबीना खान ने कहा कि इंदौर में वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे हैं। उन्हें प्रशासन को हटवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अवैध होर्डिंग भी शहर में काफी लग चुके हैं।
  • आईटी प्रभारी राजेश उदावत ने कहा कि नगर निगम ने डिजिटल सेवाओं का विस्तार किया है। जल्दी ही नया पोर्टल भी लांच होगा।

मुस्लिम महिला पार्षदों ने बाहर कक्ष में जाकर नमाज अदा की

इंदौर नगर निगम में निगम सभापति ने जुमे की नमाज के लिए पांच मिनट का ब्रेक दिया। गुरुवार को पेश हुए निगम के बजट पर शुक्रवार को बहस शुरू हुई। इस दौरान जुमे की नमाज का समय होने पर कांग्रेस पार्षद रुबीना खान ने इसके लिए पांच मिनट का समय दीजिएगा। सभापति ने सहमति दी। इसके बाद मुस्लिम महिला
पार्षदों ने बाहर कक्ष में जाकर नमाज अदा की। इसी दौरान बीजेपी पार्षदों की ओर से मांग आई कि हमारे भी नवरात्रि के उपवास चल रहे हैं और हमे भी ब्रेक दिया जाए। इसके बाद 45 मिनट का लंच ब्रेक किया गया।