स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर नगर निगम में हुआ करोड़ों रुपए के घोटाले ( Indore Corporation Scam ) के मामले में पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी सात आरोपियों को रविवार को जिला न्यायालय में पेश किया। तीन आरोपियों का फिर से रिमांड लिया गया है। कोर्ट ने तीन आरोपियों को 7 मई तक रिमांड पर भेज दिया गया है। जबकि चार आरोपियों को जेल पहुंचा दिया गया है। इसी प्रकार अभय राठौर समेत फरार दो अन्य आरोपियों पर भी पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है। अब पुलिस के द्वारा इस मामले में फरार चार आरोपियों की तलाश जारी है। इसी प्रकार निगम के फरार इंजीनियर अभय राठौर के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। राठौर के मामले में कुछ और जानकारियां जुटाने के लिए एमजी पुलिस का एक दल सोमवार को नगर निगम जाएंगा और वहां से जानकारी एकत्र करेंगा। इसी प्रकार एक अन्य जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इस अभय राठौर समेत घोटाले के अन्य आरोपियों के मामले में भी पंजीयक कार्यालय से इनकी सम्पत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है। इसके लिए पंजीयक कार्यालय ने 15 दिनों का समय दिया है।
Indore Corporation Scam में अभी 3 ठेकेदार और एक अधिकारी की गिरफ्तारी बाकी
नगर निगम ( Indore Corporation Scam ) का 29 करोड़ की फर्जी फाइल के साथ शुरू हुआ घोटाला 107 करोड़ पर पहुंच चुका है। जिसमें से करीब 80 करोड रुपए का भुगतान भी नगर निगम से आरोपियों के द्वारा प्राप्त किया जा चुका है। इस घोटाले में पुलिस के द्वारा दर्ज किए गए अलग-अलग अपराधिक प्रकरण में चार ठेकेदार और नगर निगम के तीन कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में अभी तीन ठेकेदार और निगम के एक अधिकारी की गिरफ्तारी शेष है। यह सभी फरार चल रहे हैं।
पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर पहुंचाया
पुलिस एमजी रोड से मिली जानकारी के मुताबिक करोड़ों रुपए के बिल घोटाले में फंसे जाकिर, राजकुमार साल्वी और राहुल को 7 मई तक कोर्ट ने रिमांड पर भेज दिया है। जबकि साजिद , रेणु वड्या , उदय भदौरिया और चेतन भदौरिया को जेल पहुंचा दिया गया है। फरार आरोपी इमरान खान और मौसम व्यास की गिरफ्तारी पर पुलिस ने ईनाम घोषित किया है। फरार इंजीनियर अभय राठौर पर पुुलिस पहले ही 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर चुकी है। इमरान खान ने 2.42 करोड़ तथा मोसम व्यास पर 2.39 करोड़ का घोटाला करने का आरोप है।
इंदौर आएगी हाई पॉवर कमेटी
नगर निगम के अधिकारी अभय राठौर की गिरफ्तारी पर 10 हजार रु. का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस के डीसीपी पंकज पांडे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पुलिस रिमांड की अवधि पूरी होने के कारण आज इन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही जो आरोपी फरार चल रहे हैं उन्हें पकडऩे की भी कोशिश की जा रही है। इस बात की आशंका पहले से ही थी कि नगर निगम की कमेटी अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारी को क्लीन चीट दे देगी। अब सब की नजर पुलिस की जांच पर ही टिकी हुई है। इसी जांच से जो परिणाम निकलकर सामने आ सकेगा वही होगा।
फर्जी फाइल से 4.92 करोड़ हासिल करने वाली दो और फर्म ब्लैक लिस्टेड
इंदौर नगर निगम के द्वारा फर्जी फाइल लगाकर 4.92 करोड़ की राशि हासिल करने वाली दो फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। इसके पूर्व निगम इस तरह की हरकत में शामिल पांच फर्म को ब्लैकलिस्टेड कर चुका है। आयुक्त शिवम वर्मा द्वारा निगम स्तर से की गई प्राथमिक जांच में किस्टल इंटरप्राईजेस, मेसर्स ईश्वर इंटरप्राईजेस द्वारा कूटरचना करते हुए निगम कोष से राशि प्राप्त करने पर ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की गई। निगम के ड्रेनेज विभाग से संबंधित विभिन्न कार्यों के 04 देयकों की कूटरचना करते हुए नगर निगम के कोष से किस्टल इंटरप्राईजेस, प्रोप्रा. इमरान खान, जूनी कसेरा बाखल द्वारा राशि रुपये 2.43 करोड तथा मेसर्स ईश्वर इंटरप्राईजेस, प्रोप्रा. मौसम व्यास, पलसीकर कॉलोनी द्वारा राशि रुपये 2.49 करोड का भुगतान किया गया।
समस्त भुगतानों पर रोक लगाई
इस तरह से राशि प्राप्त करने के संबंध में निगम स्तर से की गई प्राथमिक जॉच में इन फर्मों को लिप्त पाया गया है। वर्मा द्वारा उपरोक्त घटनाक्रम के कारण इन एजेसियों एवं इनके प्रोपराईटर्स के उक्त कृत्यों को दृष्टिगत रखते हुए उल्लेखित फर्मों एवं इनके प्रोप्राराईटरशिप, पार्टनरशिप की अन्य समस्त फर्मो को नगर पालिक निगम की समस्त निविदाओं एवं कार्यों के लिये तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित ब्लेक लिस्टेड करते हुए इनके समस्त भुगतानों पर भी आगामी आदेश तक रोक लगा दी गई है।