विपिन नीमा, इंदौर
इंदौर विकास योजना 2021 के तहत इंदौर विकास प्राधिकरण ( IDA ) ने शहरी क्षेत्र और शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र को विकसित करने के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है। इंदौर विकास योजना के अन्तर्गत आईडीए 7 विभिन्न विकास योजनाओं पर काम कर रहा है। इसमें आवासीय , ट्रांसपोर्ट , औद्यौगिक क्षेत्र, आवागमन शामिल है।
IDA 7 विकास योजनाओं में 77 किमी रोड का विकास करेगा
इंदौर विकास प्राधिकरण विकास ( IDA ) योजना के एक और महत्वपूर्ण मार्ग एमआर-11 का निर्माण शासन से प्राप्त स्पेशल असिस्टेंट मद से कर रहा है, जिसके माध्यम से बायपास से एबी रोड़ तक के मार्ग का निर्माण होने से सुगम यातायात की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इस तरह आईडीए 7 विकास योजनाओं के अन्तर्गत 77 किलो मीटर मार्ग का विकास करेंगा। उल्लेखनीय है की नगर विकास योजना मूलत: इस संकल्पना पर संपादित की जाती है, जिसमें विकास योजना अनुसार निर्धारित भू-उपयोग पर ही विकास कार्य करते हुए विकास योजना के मार्गों के विकास के साथ-साथ हरित क्षेत्र, वाणिज्यिक, सार्वजनिक तथा अर्द्धसार्वजनिक के साथ-साथ आवश्यक सुविधाओं का विकास निर्धारित मानकों के आधार पर किया जाता है। वास्तव में, यह एक सुनियोजित विकास का एक बड़ा उदाहरण है।
विकास के लिए इन पांच गांवों से मिली आईडीए को जमीनें
आईडीए से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कनाडिया, भौंरासला, बड़ा बांगडदा, पालाखेडी, लसुडियामोरी एवं अन्य निकटस्थ ग्रामों की भूमि को शामिल करते हुए 7 नगर विकास योजनाओं का कार्य सम्पादित किया जा रहा है। उक्त नगर विकास योजनाओं के विकास से इंदौर विकास योजना में प्रस्तावित भू-उपयोगों अनुसार भूमि के विकास के साथ-साथ भू-धारकों को पूर्णत: विकसित भूखण्ड उपलब्ध होंगे, वहीं ाहर के लिए विकास योजना के प्रस्तावित विभिन्न चौड़ाई के मार्गो का विकास किया जाएगा।
शहर का सबसे बड़ा बनेगा ट्रांसपोर्ट हब
इंदौर विकास योजना के मार्गों के विकास के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्र में रहने वाले रहवासियों को मध्य क्षेत्र में आवागमन हेतु मार्गों की उपलब्धता रहेगी। उक्त सभी नगर विकास योजनाओं के माध्यम से इंदोर विकास प्राधिकरण द्वारा विभिन्न भू-उपयोगों का विकास कर शहर को पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ यातायात की सुगमता उपलब्ध करायी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा नगर विकास योजना कमांक-3 के माध्यम से एक बड़ा ट्रॉसपोर्ट हब का विकास कार्य किया जा रहा है जिस लगभग 143.043 हेक्टर में विकसित किया जाएगा।
विकास योजनाओं के माध्यम ऐसे होगा जमीनों का उपयोग
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1133.882 हेक्टर जमीन – उक्त भूमि का इंदौर विकास योजना में प्रस्तावित भू-उपयोग के आधार पर विकास किया जाएगा।
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682.634 हेक्टर जमीन – उक्त आवासीय भू-उपयोग के विकास से भू-धारकों को पूर्णत: विकसित भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे।
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56.423 हेक्टर जमीन – योजना के तहत हरित क्षेत्र में उद्यानों के रुप में विकसित किए जाएगा।
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99.237 हेक्टर जमीन – इन जमीनों पर औद्यौगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।
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119.315 हेक्टर जमीन – ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के लिए आरक्षित की गई है।
शहर में ट्रैफिक और पॉल्यूशन का प्रेशर कम होगा
उक्त योजना में इंदौर विकास योजना का प्रस्तावित मार्ग एम.आर.-12 अत्यंत ही महत्वपूर्ण मार्ग है, जो इंदौर शहर के बायपास मार्ग से लेकर लवकुश चौराहा उज्जैन मार्ग को जोड़ता है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 9.5 कि.मी. है। प्राधिकरण द्वारा उक्त मार्ग के विकास के माध्यम से देवास से आने वाले समस्त यातायात, जिसे उज्जैन शहर को जाना है, को सीधे कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी, तो वहीं उक्त मार्ग के निर्माण से इंदौर शहर में यातायात और प्रदूषण का दबाव कम होगा, जो शहर वासियों को एक बहुमूल्य सौगात होगी।
77 किलोमीटर की सडक़ों का होगा विकास
इंदौर विकास योजना 2021 में प्रस्तावित विकास योजना के मुख्य मार्ग (एम.आर. एवं रिंगरोड़) की लंबाई लगभग 157.0 कि.मी. है. जिसमें से 77.0 कि.मी. लंबाई के मार्गों का विकास इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया है. वहीं उक्त सभी 7 नगर विकास योजनाओं के माध्यम से लगभग 61.45 कि.मी. विकास योजना के अन्य मार्गों का विकास किया जाएगा । इसी प्रकार नगर विकास योजना कमांक 8 ग्राम अरंडिया से प्रारंभ होती है एवं उज्जैन रोड़ पर ग्राम भंवरासला तक विकसित की जा रही है। उक्त योजना की कुल लंबाई लगभग 9.50 कि.मी. है एवं 244.737 हेक्टर भूमि पर विकसित की जा रही है।