इंदौर में सोमवार को ब्लू लोटस गार्डन में आयोजित भूमिपूजन समारोह और सामाजिक समरसता सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 के अंतर्गत अमृत 2.0 योजना के तहत सुदामा नगर सेक्टर-डी और ई में ₹30 करोड़ की लागत से बनने वाली 34.235 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन परियोजना का भूमिपूजन किया।
इस परियोजना के पूर्ण होने पर क्षेत्र के नागरिकों को ड्रेनेज चोकिंग जैसी समस्याओं से स्थायी राहत मिलेगी और शहर की जल-मल निकासी व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा।
विकास कार्यों में तेजी, हर वर्ग तक पहुंचे सुविधा – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर नगर निगम की यह परियोजना नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि दीपावली के पावन अवसर पर ऐसे जनकल्याणकारी कार्यों की शुरुआत शुभ मानी जाती है। सरकार का लक्ष्य है कि विकास योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंचे और हर वर्ग को समान अवसर मिले।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का उद्देश्य है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सुख-सुविधा पहुँचे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के ‘अंत्योदय’ के विचार को साकार करना ही हमारा संकल्प है।”

आदिवासी समाज और वंचित वर्गों के लिए ऐतिहासिक पहल
डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी समाज और वंचित वर्गों के सशक्तिकरण के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया कि पहली बार रानी दुर्गावती के नाम पर जबलपुर में कैबिनेट बैठक आयोजित की गई और खरगोन में टंत्या मामा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। यह दर्शाता है कि सरकार प्रदेश के महापुरुषों के योगदान को सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य की अर्थव्यवस्था में आई जबरदस्त प्रगति
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रदेश की आर्थिक प्रगति पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक समय मध्यप्रदेश का वार्षिक बजट जहां 20 हजार करोड़ रुपये तक सीमित था, वहीं अब यह बढ़कर 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। किसानों के हित में सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, जो किसानों के सम्मान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
‘अमृत काल’ के विजन पर तेजी से बढ़ रहा मध्यप्रदेश
डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘2047 अमृत काल’ के विजन के अनुरूप मध्यप्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर और भोपाल क्षेत्र में एक आधुनिक मेट्रोपॉलिटन सर्किट विकसित किया जा रहा है, जिससे मालवा क्षेत्र देश के प्रमुख विकास केंद्रों में शामिल होगा।
समरसता सम्मेलन में जनप्रतिनिधियों ने रखे विचार
कार्यक्रम में विधायक मालिनी गौड़, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सुमित मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की जनसेवा भावना और समरसता की नीति ने प्रदेश में एक नई राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है।
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की बड़ी उपस्थिति
इस अवसर पर मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक मालिनी गौड़, मनोज पटेल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया, निशांत खरे, सावन सोनकर, सुमित मिश्रा, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, एकलव्य गौड़ सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने दी दीपावली की शुभकामनाएं
समारोह के समापन पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी नागरिकों को दीपावली और देव दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हर त्योहार जनकल्याण और विकास की प्रेरणा देता है, और यही सच्चे अर्थों में समरस समाज की पहचान है।