इंदौर में नकली दवाइयों और मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ प्रशासन की मुहिम लगातार जारी है। इसी कड़ी में, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पालदा क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विभाग की टीम ने एक रिहायशी मकान में चल रही नकली आयुर्वेदिक सिरप बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मौके से भारी मात्रा में कच्चा माल और मशीनरी जब्त की गई है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह कारखाना बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित हो रहा था। यहां आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा था। अधिकारियों के मुताबिक, मौके पर स्वच्छता के मानकों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। जिस जगह सिरप तैयार किया जा रहा था, वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था।
घर के अंदर चल रहा था ‘जहर’ का कारोबार
छापेमारी के दौरान टीम ने पाया कि एक सामान्य से दिखने वाले घर के भीतर बड़े पैमाने पर उत्पादन चल रहा था। यहां से सैकड़ों लीटर तैयार सिरप और उसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायन मिले हैं। इसके अलावा, पैकिंग सामग्री, खाली बोतलें और लेबल भी बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन बोतलों पर लुभावने लेबल लगाकर उन्हें बाजार में खपाने की तैयारी थी।
यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी। सूचना मिली थी कि पालदा इलाके में चोरी-छिपे नकली दवाइयां बनाई जा रही हैं। इसके बाद औषधि विभाग के निरीक्षकों ने पुलिस बल के साथ मिलकर दबिश दी। फैक्ट्री संचालक मौके पर कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया।
पहले भी पकड़ी जा चुकी है नकली फैक्ट्री
गौरतलब है कि इंदौर में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी शहर में नकली आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर नशा और जहर बेचने वाले गिरोहों का पर्दाफाश हो चुका है। कुछ समय पहले ही प्रशासन ने एक अन्य स्थान पर छापा मारकर भारी मात्रा में कोडीन युक्त कफ सिरप और अन्य प्रतिबंधित दवाइयां जब्त की थीं। उस घटना में भी रिहायशी इलाकों का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए किया जा रहा था।
सैंपल जांच के लिए भेजे गए
विभाग ने मौके से जब्त किए गए सिरप और कच्चे माल के नमूने ले लिए हैं। इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इन सिरप में किन हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल किया जा रहा था। फिलहाल, फैक्ट्री को सील कर दिया गया है और संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।