स्वतंत्र समय, इंदौर
दीपावली के अवसर पर दिल्ली में फूलों ( flowers ) के कारोबार से पूरा शहर महक रहा है। आलम यह है कि फूलों की डिमांड बढऩे की वजह से इसके दाम में दोगुना इजाफा हुआ है। इससे कारोबारियों का चेहरा खिल गया है। इंदौर फूल मंडी में कई तरह के देसी-विदेशी फूल बिक रहे हैं और सडक़ों पर जाम भी लग रहा है।
घरों की सजावट में flowers का भी महत्व
दिवाली के दौरान फूलों ( flowers ) की मांग बढ़ जाने से कारोबारियों का चेहरा खिल जाता है। इस बार फूलों के रेट में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले हफ्ते जिस गुलाब के फूल की कीमत 100 रुपये प्रति किलो थी, उसका अब थोक दाम 250 से 300 रुपये प्रति किलो हो गया है। गेंदा जो पिछले हफ्ते 20 से 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था। उसकी अब थोक कीमत 80 से100 रुपये प्रति किलो हो गई है। दीपपर्व पर घरों की सजावट में फूलों का भी काफी महत्व है। त्योहारों पर गेंदे के फूल का तो खास महत्व होता है। इन्हें शुभ माना जाता है और मंदिर हों या घर, त्योहारों पर गेंदे के फूल से ही सजावट होती है। ऐसे में त्योहारी सीजन में गेंदे के फूल की मांग बढ़ जाती है।
दो दिनों में 100 टन फूलों का कारोबार
इंदौर में बाग खत्म हुए तो अब आपूर्ति अन्य राज्यों से हो रही है। ऐसे में इस दौरान फूलों के दाम भी उछलकर शिखर पर पहुंच जाते हैं। दीपावली के एक दिन पहले थोक फूल मंडी में गेंदा के दाम 80-100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए। गुलाब 250-300 रुपये किलो के भाव पर बिका और मोगरा ने रिकार्ड तोड़ते हुए 1500 रुपये किलो का स्तर छू लिया। धनतेरस के एक दिन पहले से दीपावली की सुबह तक फूलों की मांग सबसे अधिक रहती है। दो दिनों में ही शहर में कम से कम 100 टन फूल बिक जाते हैं। इस साल फूलों की आवक थोक मंडी में अच्छी रही।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के फूल खूब बिके
मालवा-निमाड़ के साथ ही महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी फूल बिकने इंदौर थोक मंडी में पहुंचे। हालांकि इंदौर की मांग को देखते हुए भावों में अच्छा खासा उछाल देखा गया। थोक मंंडी में ही गेंदा बुधवार को 80-100 रुपये किलो तक बिक गया। खुदरा बाजार में मालाएं 150 से 200 रुपये किलो तक बोली जा रही है। थोक मंडी के फूल कारोबारी राकेश गोयल के अनुसार एक-दो दिन पहले तक गेंदा 50-60 रुपये किलो तक बिक रहा था। रूपचतुर्दशी पर थोक में ही भाव में 40 से 50 रुपये प्रति किलो का उछाल आ गया। गुलाब के दाम बीते वर्ष के समान ही है 250 से 300 रुपये किलो के भाव पर बिका। मोगरा की आवक काफी कम होती है। मोगरा 1400-1500 रुपये किलो बिका। सेवंती के फूल 60 से 150 रुपये किलो बिके।
जमीनों के बढ़ते दामों से फूलों के बाग भी प्रभावित
फूलों के थोक कारोबारी नीलकंड फ्लावर के अशोक वर्मा के अनुसार इंदौर व आसपास के क्षेत्रों में जमीनों के बढ़ते दामों की वजह से फूलों के बाग भी खत्म होते जा रहे है। बहुत कम जगह फूलों की खेती रह गई है। थोक मंडी में उज्जैन, शाजापुर, शिवपुरी, ब्यावरा, गुना तक से हर दिन 40 से 50 छोटी गाड़ी (छोटा हाथी) फूलों की आ रही है। इसके साथ ही 10 से 12 बड़ी गाड़ी (आइसर) पहुंच रहे है। कर्नाटक से भी 2-3 गाड़ी और महाराष्ट्र से 10 गाड़ी से ज्यादा फूल यहां हर दिन आ रहे है। इतनी आवक के बाद भी मांग भरपूर बनी हुई है और दाम हर दिन उछल रहे हैं। कमल की आवक स्थानीय गुलावट से हो रही है। कमल के दाम 8 से 10 रुपये प्रति नग तक बिक रहा है।
शहर में फूलों के दाम कुछ इस प्रकार रहे…
- कमल के दाम 8 से 10 रुपये प्रति नग
- गेंदा 80-100 रुपये प्रति किलो
- गुलाब 250-300 रुपये किलो
- मोगरा 1400-1500 रुपये किलो
- सेवंती के फूल 60 से 150 रुपये किलो
- मालाएं 150 से 200 रुपये किलो