स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर विकास प्राधिकरण ( IDA ) का चालू वित्त वर्ष का 1100 करोड़ रुपए का बजट आज पेश किया। बजट बैठक में शहर के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए है। बैठक में तय हुआ है आईडीए तीन नए फ्लाय ओव्हर ब्रिज कान्ह नदी, गांधी नगर चौराहा और महूनाका पर बनाएगा जबकि एमआर-12 पर रेलवे के ऊपर ओवरब्रिज का निर्माण करेंगा। इसी प्रकार इस बजट में वर्तमान में प्राधिकरण के द्वारा निर्मित किए जा रहे फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण कार्य पर 125 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने का प्रावधान है। इसके साथ ही मेजर रोड नंबर 12 के लिए 70 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
IDA ने इस बार 1100 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा
पिछले साल आईडीए ( IDA ) ने 6 हजार करोड़ का बजट मंजूर किया था। इस बार 1100 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा। बजट बैठक शुरु होने से पहले संभागायुक्त बनने के बाद पहली बार बोर्ड बैठक में आए संभागायुक्त दीपकसिंह का कलेक्टर आशीष सिंह ने स्वागत किया। आयुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में आईडीए की बोर्ड बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में बोर्ड के सभी शासकीय सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस बैठक मेंआईडीए ने चालू वित्त वर्ष का 1100 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। बैठक में बताया की आईडीए द्वारा वर्तमान में खजराना चौराहा भंवर कुआं चौराहा, फूटी कोठी चौराहा और लव कुश चौराहा पर फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इन ओवर ब्रिज के निर्माण को मुकाम तक पहुंचाने के लिए इस बजट में 125 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस बजट में मास्टर प्लान में प्रावधान की गई एमआर रोड नंबर 12 का निर्माण करने के लिए भी पहल की गई है। इस सडक़ के लिए इस बजट में 70 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
तीन नए फ्लाईओवर ब्रिज का प्रस्ताव
प्राधिकरण के द्वारा अपने बजट में शहर में दो और स्थान पर फ्लाईओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। यह ब्रिज कान्ह नदी के ऊपर, महू का चौराहा और गांधीनगर चौराहा पर निर्मित किया जाना है। अभी इन दोनों ब्रिज पर कार्य शुरू करने की दिशा में कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया गया है। ऐसी स्थिति में आईडीए के द्वारा अपने बजट में इन दोनों ब्रिज के लिए सांकेतिक रूप से 50 लख रुपए प्रति ब्रिज का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार इस बजट में प्राधिकरण के द्वारा लागू की जा रही नई टाउन प्लैनिंग स्कीम टीपीएस मैं विकास कार्य को अंजाम देने के कार्य को प्राथमिकता दी गई है। इन सभी योजनाओं में प्राधिकरण के द्वारा अभी दो संरचना का विकास किया जा रहा है। इस बजट में इस कार्य के लिए 400 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा लवकुश चौराहा पर एक डबल डेकर फ्लायओवर का निर्माण भी प्राधिकरण करवा रहा है।
अब तेजी से जारी होंगे टैंडर
गत वित्त वर्ष में 800 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्तियां भी बेची और वर्तमान में सुपर कॉरिडोर से लेकर अन्य योजनाओं में भी उसके पास बढ़ी संख्या में खाली भूखंड, निर्मित फ्लेट और अन्य सम्पत्तियां मौजूद हैं। चुनावी आचार संहिता के चलते इनके टेंडर भी प्राधिकरण जारी नहीं कर पाया था। मगर अब तेजी से टेंडरों को जारी करेगा।
हरियाली को बढ़ाएंगे
प्राधिकरण के द्वारा अपनी योजनाओं में हरियाली वाले क्षेत्र को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए इस बजट में विशेष तौर पर प्रावधान किया गया है। अब तक प्राधिकरण की योजनाओं में हरियाली वाला क्षेत्र 5त्न हुआ करता था अब उस क्षेत्र को बढ़ाकर 7त्न करने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके साथ ही सैद्धांतिक रूप से प्राधिकरण के द्वारा यह तय किया गया है कि अपनी योजनाओं में छोटे-छोटे बगीचे बनाने के बजाए मिनी रीजनल पार्क की तरह बड़े बगीचों का निर्माण किया जाएगा।
पूर्व अध्यक्ष की पोल खुली
आईडीए के पूर्व अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा के द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान पिछली बार 6000 करोड़ का बजट बनाया गया था। यह बजट मंजूर भी हो गया था। पूरे वर्ष में काम करने के दौरान आईडीए मात्र 950 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर सका है। ऐसे में हवा में बनाए गए मनमानी के बजट की पोल खुल कर सामने आ गई है। ध्यान रहे की इंदौर नगर निगम का बजट करीब 7000 करोड़ रुपए का होता है। उस बजट को ध्यान में रखते हुए ही चावड़ा के द्वारा आईडीए का बजट 6000 करोड रुपए का बनवा दिया गया था।
बैठक में लिए गए कुछ निर्णय
- वर्तमान में जिन 6 टीपीएस योजनाओं पर आईडीए काम कर रहा है उनमें मास्टर प्लान के अलावा अन्य प्रमुख सडकों, बगीचों, ड्रैनेज लाइन डालने से लेकर अन्य विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। मगर इस बार का बजट 5 हजार करोड़ रु. से कम रखा गया है।
- टीपीएस-08, भांग्या, शक्करखेड़ी एवं केलोद हाला इंदौर में मास्टर प्लान रोड का निर्माण हेतु 57. 68 करोड़ रु , टीपीएस-03, लसूडिय़ा मोरी, इंदौर के अंतर्गत प्रथम चरण का सिविल विकास कार्य हेतु 58.21 करोड़ रु एवं एबी रोड़ से एमआर- 11 (चौधरी का ढाबा के पास) शेरेटन होटल, इंदौर को बायपास करने के लिए विकास कार्य के लिए 45.73 करोड़ रु की टैंडर स्वीकृत किए गए है।
- स्कीम नंबर 139-169 ए इंदौर में आईएसबीटी एम.आर.-10 पर बाहरी विद्युतीकरण एचवीएसी और फाउंटेन पर 3.60 करोड़ रु एवं स्कीम नंबर 139-169 ए में आईएसबीटी एमआर-10 पर अन्य सिविल और सौंदर्यीकरण कार्य के लिए 5.25 करोड़ रु स्वीकृत किए गए है।
- इस प्रकार एम.आर.-10 स्थित आईएसबीटी में विद्युत एवं सिविल कार्यो को मिलाकर कुल राशि रुपए 8.85 करोड़ की निविदा स्वीकृत की गई।
- योजना क्रमांक 172 में 17.000 हेक्टर भूमि पर कन्वेंशन सेंटर के निर्माण के सम्बंध में यह निर्णय लिया गया कि उक्त निर्माण पी.पी.पी. मॉडल पर करवाये जाने हेतु, शासन अनुमति प्राप्त करने का निर्णय लिया गया।