लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीजेपी ने इंदौर के दोनों जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया है। शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सुमित मिश्रा को सौंपी गई है, जबकि श्रवण सिंह चावड़ा को इंदौर ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया है। इस घोषणा के साथ ही पार्टी में कई दिनों से चल रही राजनीतिक खींचतान पर विराम लग गया है।
घोषणा में क्यों हुई देरी?
बीजेपी ने दिसंबर में ही जिलाध्यक्षों के चुनाव की रायशुमारी पूरी कर ली थी, लेकिन नेताओं के बीच खींचतान और आपसी सहमति न बनने के कारण 12 दिन तक फैसले को टालना पड़ा।
इससे पहले 12 जनवरी को बीजेपी ने सिर्फ उज्जैन और विदिशा जिलों के अध्यक्ष घोषित किए थे। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों के लिए नियुक्तियां की गईं। इंदौर के नाम तय करने में पार्टी आलाकमान को अधिक समय लग गया, जिससे राजनीतिक हलकों में काफी अटकलें लगाई जा रही थीं।
कैसे हुआ जिलाध्यक्षों का ऐलान?
आज सुबह जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात की। इसके बाद बापू की श्रद्धांजलि समारोह में वे एक साथ शामिल हुए। इसी दौरान इंदौर के जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी गई।
बीजेपी ने कब-कब किए जिलाध्यक्षों के ऐलान?
12 जनवरी – उज्जैन नगर और विदिशा के अध्यक्ष घोषित
13 जनवरी – भोपाल नगर व ग्रामीण समेत 18 जिलों के नाम जारी
14 जनवरी – सागर नगर व ग्रामीण समेत 12 जिलों में नियुक्तियां
15 जनवरी – रीवा और नर्मदापुरम समेत 15 जिलों के अध्यक्षों का ऐलान
16 जनवरी – सीहोर और शहडोल समेत 9 जिलों में नियुक्तियां
18 जनवरी – सिर्फ टीकमगढ़ जिले के अध्यक्ष की घोषणा
23 जनवरी – छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर के लिए नाम घोषित
25 जनवरी – सिर्फ निवाड़ी जिले के लिए अध्यक्ष का ऐलान