एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इंदौर से गोवा जाने वाली अपनी दैनिक उड़ान के समय में बड़ा बदलाव किया है। यह नया शेड्यूल 26 अक्टूबर से लागू होगा। अब यह विमान इंदौर से पहले गोवा जाएगा और फिर वापस इंदौर लौटेगा। पहले उड़ान का क्रम ठीक उल्टा था—यानी विमान सुबह गोवा से इंदौर आता था और फिर इंदौर से वापस गोवा के लिए रवाना होता था। नई व्यवस्था के अनुसार, यह उड़ान अब मौजूदा समय से करीब दो घंटे पहले इंदौर से रवाना होगी। एयरलाइन ने बताया कि इससे यात्रियों को गोवा में दिनभर का समय बेहतर तरीके से मिल सकेगा।
अब डाबोलिम एयरपोर्ट जाएगी उड़ान
अब तक एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह उड़ान उत्तर गोवा के मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों को ले जाती थी। लेकिन 26 अक्टूबर से यह सेवा मध्य गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट पर संचालित की जाएगी। वर्तमान में डाबोलिम एयरपोर्ट पर इंडिगो की एक नियमित और एक साप्ताहिक उड़ान चल रही है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह नई फ्लाइट जुड़ने से यात्रियों को गोवा के सेंट्रल हिस्से तक पहुंचने में और भी सुविधा मिलेगी।
26 अक्टूबर से नया समय
• इंदौर से उड़ान: सुबह 10:50 बजे रवाना होगी और दोपहर 12:35 बजे गोवा पहुंचेगी।
• गोवा से वापसी उड़ान: दोपहर 1:15 बजे रवाना होकर दोपहर 2:55 बजे इंदौर पहुंचेगी।
वर्तमान समय-सारिणी
• गोवा से उड़ान: सुबह 10:15 बजे उड़ती है और 11:50 बजे इंदौर पहुंचती है।
• इंदौर से गोवा: दोपहर 12:20 बजे रवाना होकर 1:55 बजे गोवा पहुंचती है।
इस बदलाव से यात्रियों को गोवा में दिनभर का अधिक समय बिताने का अवसर मिलेगा और इंदौर से उड़ान कनेक्टिविटी में सुधार भी होगा।
इधर रेलवे में सख्त कार्रवाई: 152 छात्रों पर 1.17 लाख का जुर्माना
उधर, रेलवे ने छात्रों की बिना वैध प्रमाण-पत्र यात्रा पर बड़ी कार्रवाई की है। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने हाल ही में इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में 152 छात्रों को बिना वैध रियायती प्रमाण-पत्र के यात्रा करते हुए पकड़ा। नियमों के तहत सभी से कुल ₹1,17,040 का जुर्माना वसूला गया।रतलाम मंडल को इस संबंध में सूचना मिलने के बाद, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक हिना केवलारामानी के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम गठित की गई। इस टीम में राजेश मथुरिया, राजेश तन्ना, मिक्की सक्सेना, अख्तर और अमित मसीह सहित कुल दस अधिकारी शामिल थे।
कैसे हुई कार्रवाई
जांच टीम ने रतलाम स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने के बाद सभी कोचों में छापेमारी की। छात्रों से रियायती यात्रा प्रमाण-पत्र और वैध टिकट मांगे गए, लेकिन कोई दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं किया जा सका। पूछताछ में सामने आया कि टूर आर्गनाइजर ने टिकट एक एजेंट के माध्यम से बुक करवाए थे, जिसके पास भी जरूरी कागज़ नहीं थे। टीम ने टूर आर्गनाइजर का बयान दर्ज किया और मामला रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी को सौंप दिया है। एजेंट के खिलाफ भी आगे सख्त कार्रवाई की जाएगी।