मोहन सरकार ने दी इंदौर को बड़ी सौगात, 773 करोड़ से बनेगा अत्याधुनिक अस्पताल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में इंदौर के ऐतिहासिक राजवाड़ा स्थित गणेश हॉल में हुई कैबिनेट बैठक में शहर को कई महत्वपूर्ण तोहफे मिले। बैठक की शुरुआत देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा को माल्यार्पण और स्मरण के साथ हुई, जिसे सीएम की सीट से आगे रखा गया था। बैठक में तय किया गया कि इंदौर में एमवाय अस्पताल के सामने आठ एकड़ में एक नया सात मंजिला अस्पताल बनेगा।

इस परियोजना के लिए 773 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। प्रस्तावित अस्पताल में 500 बेड की नर्सिंग सुविधा, 40 बेड का ट्रॉमा सेंटर, पार्किंग और अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इसके पूरा होने में लगभग तीन साल लगेंगे, जिससे मालवा-निमाड़ सहित सेंट्रल इंडिया के लोगों को इलाज के लिए महानगरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा।

मेट्रोपोलिटन अथॉरिटी से इंदौर के विकास को नई रफ्तार

कैबिनेट में इंदौर समेत पांच प्रमुख शहरों भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण के गठन का निर्णय लिया गया। इंदौर मेट्रो एरिया में अब धार और देवास के कुछ हिस्से भी शामिल कर दिए गए हैं, जिससे कुल क्षेत्रफल 10,000 वर्ग किमी से अधिक हो गया है। इंदौर विकास प्राधिकरण को इसकी नोडल एजेंसी बनाया गया है, जो चार चरणों में विकास योजना लागू करेगा। इससे सड़क, पानी, परिवहन और रोजगार की दिशा में बड़े सुधार की उम्मीद की जा रही है।

वर्किंग वूमन हॉस्टल्स

औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वर्किंग वूमन हॉस्टल्स के निर्माण की योजना बनाई है। ये हॉस्टल्स इंडस्ट्रियल एरिया में सीएसआर फंड और पीपीपी मोड के तहत बनाए जाएंगे। पीथमपुर, उज्जैन और मालनपुर जैसे औद्योगिक इलाकों में इस योजना को लागू किया जाएगा, जिससे महिला श्रमिकों को सुरक्षित और सुलभ आवास मिल सकेगा।

ओंकारेश्वर परियोजना से इंदौर को अप्रत्यक्ष लाभ

धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में सरकार ने ओंकारेश्वर को सनातन संस्कृति केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 2100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। यहां शिक्षा, शोध और संस्कृति से जुड़ी गतिविधियां संचालित होंगी, जिससे इंदौर को पर्यटन, रियल एस्टेट और व्यापार के स्तर पर अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। यह परियोजना उज्जैन में महाकाल लोक जैसी सफलता की ओर इशारा करती है।

संस्कृति और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा

सरकार ने यह निर्णय भी लिया है कि देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन और सुशासन पर आधारित नाट्य मंचन उन सभी शहरों में आयोजित किए जाएंगे जो इसकी मांग करेंगे। नागपुर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत यह नाटक उज्जैन, ग्वालियर, बैतूल सहित कई शहरों में मंचित किया जाएगा। इंदौर में एकल नाट्य, कविता पाठ और महिला सशक्तिकरण से जुड़े विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे देवी अहिल्या की प्रेरणादायी गाथा जन-जन तक पहुंचेगी।