मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्मा हॉस्पिटल पहुँचकर दुर्घटना में प्रभावित परिवारों व पीड़ितों से मुलाकात की। यहाँ उन्होंने कलेक्टर शिवम वर्मा से कहा कि पीड़ितों के इलाज में किसी तरह की कोई कमी न रहें । इसके साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीड़ित संदीप बिंझवार और अनिल नामदेव के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी ली। डॉक्टर से मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जाना।
इसके बाद सीएम गीताजंलि अस्पताल और बाठियां अस्पताल पहुंचे यहां पर घायलों से मुलाकात कर मदद का आश्वासन दिया। बता दें कि यहां पर पीडित परिवारों ने अपनी व्यथा सुनाई। यहां पर मौजूद डॉक्टरो ने घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए उन्हें इलाज में कोई कमी ना रखने की बात कही।
यहां घायलों को परिवार ने सीएम से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि हमें न्याय चाहिए। हमारे घर में कमाने वाला कोई नहीं है। इस एक्सीडेन्ट में हमारी गाड़ी पूरी तरह से चकनाचुर हो गई है। इसके साथ ही यहां पर मौजूद लोगो ने सीएम से यहां सड़कों पर फैैली अव्यवस्थाओं से अवगत कराया इसके साथ ही कहा कि यहां पर ट्रैफिक पुलिस मौजूद नहीं रहती है। यहां पर देर शाम से यात्री बसे पुरा रास्ता रोक लेती है इसके साथ ही पुरी सड़क ट्रैफिक जाम से रूक जाती है।
दर्द फूट पड़ा महिला का
हादसे में घायल हुई एक रिक्शा ड्राइवर की पत्नी ने रो-रो कर अपना हाल बताया उसने कहा कि मेरे तीन बच्चे है अब हमारा घर कैसे चलेगा। हमारे पति की रिक्शी भी चकनाचुर हो गई है। हमारी मदद करने के लिए अब तक कोई नहीं आया है। इसके साथ ही उन्होने बैंक में भरने वाली किस्तों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी ईएमआई कौन भरेगा इसके साथ ही महिला फफक-फफक कर रो पड़ी इससे साबित होता है कि हादसे जैसी घटनाओं के बाद भी बैंक वाले परिवार को कितना परेशान करते है।
सीएम की मदद नहीं मिली
घटना के कई घंटो बाद तक भी अब तक घायलों के परिवार को की मदद नहीं मिली है। फिलहास घायलों का इलाज चल रहा है । लेकिन परिवार हादसे के बाद दहशक में है कि उनका घर अब कैसे चलेगा। ट्रक की शहर में इंट्री और पुलिस की लापरवाही किस हद कर कई परिवारों की जिंदगी उजाड़ देती है यह इसका जीता जागता उदाहरण है।