इंदौर: मंत्री के करीबी संजय जैसवानी का केम्को ग्रुप संकट में, 2 कंपनियों ने भेजा दिवालिया घोषित करने का नोटिस

Indore News : इंदौर के प्रमुख कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी का व्यावसायिक साम्राज्य गहरे संकट में घिरता नजर आ रहा है। जैसवानी द्वारा संचालित केम्को ग्रुप (Kemco Group) को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए नोटिस मिले हैं। इस आर्थिक संकट की आंच अब प्रदेश की राजनीति तक पहुंचती दिख रही है, क्योंकि इसका सीधा असर सूबे के एक कैबिनेट मंत्री के करीबियों पर भी पड़ा है।

बाजार के सूत्रों के अनुसार, दो अलग-अलग कंपनियों ने जैसवानी के केम्को ग्रुप को दिवालिया (Insolvency) घोषित करने के लिए नोटिस थमाया है। इसके अलावा, बैंकों ने भी कर्ज न चुकाने पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। ग्रुप के नेटवर्क से जुड़ी कई कंपनियां और फैक्ट्रियां अब बंद होने की कगार पर हैं या बंद हो चुकी हैं।

मंत्री के करीबी की फैक्ट्री पर भी जड़े ताले

इस पूरे घटनाक्रम का असर राजनीतिक गलियारों में भी महसूस किया जा रहा है। संजय जैसवानी को एक कैबिनेट मंत्री का बेहद करीबी माना जाता है। इसी नजदीकी के चलते मंत्री का कामकाज देखने वाले नौशाद ने अपने रिश्तेदारों के माध्यम से एक कन्फेक्शनरी कंपनी शुरू की थी।

नौशाद ने ‘सकाना भारत द्वॉय कैंडी प्राइवेट लिमिटेड’ (Sakana Bharat Joy Candy Pvt Ltd) नाम से कंपनी और फैक्ट्री स्थापित की थी। ताजा जानकारी के मुताबिक, अब यह फैक्ट्री पूरी तरह बंद हो चुकी है। न केवल फैक्ट्री पर ताले लटक गए हैं, बल्कि बीसीएम हाईट्स, विजयनगर स्थित इसके कॉर्पोरेट ऑफिस पर भी ताला लगा हुआ है।

सकाना भारत में कौन हैं डायरेक्टर?

सकाना भारत कंपनी के डायरेक्टरों की सूची में कई रसूखदार नाम शामिल हैं। इसमें इरफान अली सैय्यद, सम्मान अफरोज खान और दिनेश मनवानी डायरेक्टर के पद पर हैं। गौर करने वाली बात यह है कि दिनेश मनवानी, जैसवानी के केम्को ग्रुप की कई अन्य कंपनियों में भी निदेशक की भूमिका निभा रहे हैं।

कनेक्शन यहीं खत्म नहीं होता। सम्मान अफरोज खान जिस ‘सिविल सप्लाय प्राइवेट लिमिटेड’ में डायरेक्टर रहे हैं, वहां कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट के बेटे नीतीश सिलावट भी डायरेक्टर थे। इसके अलावा, खान और नीतीश सिलावट ‘समाइयरा एग्रीफूडस प्राइवेट लिमिटेड’ नामक एक अन्य कंपनी में भी साथ काम कर चुके हैं।

सकाना भारत में विवादित डिब्बा कारोबारी अनुराग सोनी और अमित सोनी भी डायरेक्टर हैं। पूर्व में एमके बंदूकवाला और गजराज राठौर भी इस कंपनी के बोर्ड में रह चुके हैं।

पिंटू भाटिया की कंपनी ‘खालसा’ को भी झटका

जैसवानी के संकट का असर शराब कारोबारी पिंटू भाटिया के परिवार तक भी पहुंचा है। एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने ‘खालसा न्यूट्रिशियस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ को नोटिस जारी किया है। बैंक ने इस कंपनी के खाते को एनपीए (Non-Performing Asset) घोषित करने की चेतावनी दी है।

इस कंपनी में भी दिनेश मनवानी और विजय जैसवानी डायरेक्टर हैं। खास बात यह है कि इसमें शराब कारोबारी पिंटू भाटिया के बेटे जयविंदर सिंह भाटिया हिस्सेदार हैं।

जीआरवी और केम्को पर भी कसता शिकंजा

विवादों की शुरुआत रशियन नागरिक गौरव अहलावत के साथ जैसवानी के केम्को ग्रुप के झगड़े से हुई थी, जिससे जुड़ी कंपनी ‘जीआरवी बिस्किट’ (GRV Biscuit) अब बंद पड़ी है। इस कंपनी पर बिजली विभाग का भारी बकाया है और मजदूरों को भी लंबे समय से वेतन नहीं मिला है। कंपनी का जीएसटी नंबर भी सस्पेंड किया जा चुका है।

केम्को ग्रुप की वित्तीय हालत इतनी खराब हो चुकी है कि मिजूहू काप्सेव (Mizuho Capsave) और ओक्सयजो (OXYZO) जैसी कंपनियों ने लोन न चुकाने पर ग्रुप को दिवालिया घोषित करने के लिए केस दायर कर दिया है। एचडीएफसी बैंक ने भी केम्को को वसूली का नोटिस भेज दिया है।