महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने वाल्मीकि बस्ती में ठेकेदार को लगाई फटकार, मोबाइल टेस्टिंग लैब से जांची निर्माण गुणवत्ता

इंदौर। शहर में चल रहे विकास कार्यों की सुस्त चाल और लापरवाही पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सख्त रुख अपनाया है। रविवार को महापौर ने झोन क्रमांक 12 के अंतर्गत वार्ड 65 स्थित वाल्मीकि बस्ती का औचक निरीक्षण किया। यहां ड्रेनेज लाइन के लिए खोदी गई सड़कों का समय पर रेस्टोरेशन न होने पर उन्होंने ठेकेदार और संबंधित एजेंसी को जमकर फटकार लगाई।

महापौर ने स्पष्ट किया कि शहर को स्वच्छ रखने वाले सफाई मित्रों की बस्तियों में विकास कार्यों की गति धीमी नहीं होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद कमलेश कालरा, कार्यपालन यंत्री लक्ष्मीकांत वाजपेई, जोनल अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

रहवासियों की शिकायत पर भड़के महापौर

निरीक्षण के दौरान वाल्मीकि बस्ती के रहवासियों ने महापौर को अपनी समस्याएं बताईं। लोगों ने शिकायत की कि ड्रेनेज लाइन डालने के लिए एक महीने पहले सड़क खोदी गई थी, लेकिन अब तक उसे ठीक (रेस्टोरेशन) नहीं किया गया है। खुदी हुई सड़कों के कारण आवागमन में भारी परेशानी हो रही है।

इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए महापौर भार्गव ने मौके पर मौजूद ठेकेदार और एजेंसी के प्रतिनिधियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि खुदाई वाली जगह पर पानी डालकर मिट्टी को सेट किया जाए और तुरंत रेस्टोरेशन का काम शुरू किया जाए।

“स्वच्छता में अग्रणी इंदौर शहर के सफाई मित्र, जो लगातार शहर को सुंदर रखने का कार्य करते हैं, उनकी बस्तियों में विकास कार्य भी उसी गति से होने चाहिए। रहवासी परेशान हो रहे हैं और आप काम में गति नहीं बढ़ा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है।” — पुष्यमित्र भार्गव, महापौर, इंदौर

मोबाइल टेस्टिंग लैब: अब मौके पर होगी गुणवत्ता की जांच

बस्ती के निरीक्षण के बाद महापौर ने नगर निगम की विशेष ‘मोबाइल टेस्टिंग लैब’ का अवलोकन किया और लाइव टेस्टिंग की प्रक्रिया देखी। यह लैब शहर में हो रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए तैयार की गई है।

महापौर ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि अब शहर में किसी भी निर्माण कार्य की गुणवत्ता (क्वालिटी) से समझौता नहीं किया जाएगा।

गुणवत्ता में कमी मिली तो होगी कार्रवाई

महापौर ने सभी निर्माण एजेंसियों और अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे मानक आधार पर ही काम करें। उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम अब सीधे मौके पर जाकर मोबाइल लैब के जरिए मटीरियल और काम की क्वालिटी चेक करेगी। यदि कहीं भी गड़बड़ी पाई गई, तो संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि वाल्मीकि बस्ती में करीब 45 लाख रुपये की लागत से ड्रेनेज लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है। महापौर ने इस प्रोजेक्ट को समय सीमा के भीतर और पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए हैं।