इंदौर metro project : विवादों के बीच खाली मेट्रो दौड़ी

विपिन नीमा, इंदौर

  • गांधी नगर डिपो से सुपर कॉरिडोर तक 5.9 किलोमीटर में चल रहा है मेट्रो का ट्रायल रन
  • मेट्रो ट्रेन को 90 तक की स्पीड तक पहुंचने के लिए 271 दिनों का समय लगा
  • सफल परीक्षण अफसरों ने मनाई खुशी

इंदौर शहर में इस समय मेट्रो रेल प्रोजेक्ट ( metro project ) को लेकर काफी हल्ला मचा हुआ है। एक तरफ शहर के मध्य क्षेत्र में अंडरग्राउंड मेट्रो रेल चलाने पर विवाद की स्थिति बनी हुई है, तो वहीं दूसरी ओर मेट्रो के दूसरे क्षेत्रों में तेजी से कार्य आगे बढ़ रहा है। इस विवाद के बीच गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर तक लगभग 5.90 किलोमीटर के मेट्रो ट्रायल रन का एक बड़ा परीक्षण सफल साबित हुआ।

metro project रेल 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी

मेट्रो रेल परियोजना ( metro project ) के प्राथमिकता कॉरिडोर खंड की अप लाइन में ट्रायल रन के दौरान मेट्रो ने 90 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति हासिल की। यानी 5.9 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर में मेट्रो रेल 90 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से दौड़ी। ट्रायल रन शुरु होने के बाद यह पहला मौका है जब मेट्रो ने डिजाइन गति हासिल की। 90 की स्पीड से दौड़ाने का यह परीक्षण 26 जून की सुबह 4.30 बजे किया गया। इस परीक्षण के अवसर पर कई अधिकारी भी मौजूद थे। मेट्रो के हुए इस सफल परीक्षण के बाद मेट्रो कम्पनी के एमडी सी बी चक्रवर्ती ने पूरे स्टॉफ को इस उपलब्धी पर सभी को बधाई दी। अब रेल की स्पीड धीरे धीरे इसी तरह से बढ़ाई जाएंगी।

ट्रायल रन के रूट पर मेट्रो के पांच स्टेशन है

इंदौर में 30 सितम्बर 2023 की शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में मेट्रो ट्रेन का गांधीनगर डिपो से सुपर कॉरिडोर स्टेशन नम्बर 3 के बीच 5.9 किलोमीटर हिस्से में ट्रायल रन का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर सीएम शिवराजसिंह चौहान, सांसद शंकर लालवानी, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय , समेत कई नेता व अधिकारी ट्रायल रन के दौरान मेट्रो में सवार थे। ट्रायल रन के रुट पर मेट्रो के पांच स्टेशन है। 30 सितंबर 2023 से 26 जून 2024 की शाम तक यानी 271 दिनों तक चले मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन की स्पीड 20 से शुरु की गई थी। मेट्रो कम्पनी के डायरेक्टर शोभित टंडन ने बताया की मेट्रो की स्पीड धीरे धीरे बढ़ाई गई । बीच बीच में फास्ट स्पीड के लिए 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी मेट्रो ट्रेन चलाई गई थी।

ट्रायल सक्सेसफुल रहा

मेट्रो का फास्ट ट्रायल रन लेने की तैयारी मेट्रो ट्रेन कापोर्रेशन ने दो दिन पहले कर ली थी। मेट्रो डिपो से मेट्रो स्टेशन तक पांच किलोमीटर हिस्से में मेट्रो ट्रेन व कोच को दौड़ाया गया था। 271 दिन तक चले इस ट्रायल रन में मेट्रो ने प्रोजेक्ट के तहत निर्धारित की गई स्पीड डिजाइन को पहली बार छूआ है। इस सफल परीक्षण पर पूरे स्टॉफ में खूशी लहर दौड़ी। लम्बे परीक्षण के बाद यह सफलता मिली। मध्य प्रदेश रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सीबी चक्रवर्ती इस इंदौर टीम को बधाई दी। हालांकि यह पता नहीं चल सका कि 90 की स्पीड से दौड़ी मेट्रो ने 5.30 किलोमीटर की दूरी कितने समय में पूरी की।

किसी भी स्टेशन पर मेट्रो को नहीं रोका

गांधी नगर डिपो से लेकर सुपर कॉरिडोर के 5 स्टेशन है। प्रारंभिक फास्ट स्पीड के लिए 90 की स्पीड से दौड़ाई गई मेट्रो को किसी भी स्टेशन पर नहीं रोका गया । डायरेक्टर शोभित टंडन ने बताया की आज पहली बार फास्ट स्पीÞड का परीक्षण किया गया है। इसलिए अभी किसी भी स्टेशन पर मेट्रो को नहीं रोका गया। हालांकि जब कमर्शियल रन शुरु होगा तब हर स्टेशन पर मेट्रो के रुकने का समय निर्धारित रहेगा।