गणेश उत्सव को लेकर इंदौर विधायक की मांग, मंदिरों के आसपास मांस-मदिरा दुकानें रहें बंद

गणेश चतुर्थी नजदीक आते ही इंदौर में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। इसी बीच इंदौर-3 के विधायक गोलू शुक्ला ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव और जिला प्रशासन से खास अपील की है। उन्होंने कहा कि त्योहार के पवित्र माहौल को ध्यान में रखते हुए मंदिरों के आसपास स्थित मांस और मदिरा की दुकानें पूरी तरह से बंद की जानी चाहिए।

मंदिरों के पास प्रतिबंध की मांग

सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक शुक्ला ने कहा कि उनकी यह मांग खासकर खजराना गणेश मंदिर और बड़ा गणपति क्षेत्र को लेकर है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। उनका कहना है कि इन धार्मिक स्थलों के आसपास मांस-मदिरा की दुकानें श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत करती हैं। इसलिए गणेश उत्सव के दौरान इन्हें या तो बंद रखा जाए या फिर पर्दे से ढककर रखा जाए।

दस दिन तक पूरी तरह बंद करने की तैयारी

गोलू शुक्ला ने स्पष्ट किया कि 27 अगस्त से शुरू होने वाले गणेश उत्सव के पूरे दस दिनों तक मीट की दुकानें पूरी तरह बंद रहनी चाहिए। इसके लिए वे महापौर और प्रशासन से औपचारिक मुलाकात कर मांग रखने वाले हैं। उन्होंने साथ ही अनवर कादरी मामले पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि पुलिस इस पर काम कर रही है और जल्द ही गिरफ्तारी होगी।

धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मुद्दा

बीजेपी सह-मीडिया प्रभारी नितिन दिवेदी ने इस मुद्दे पर कहा कि इंदौर के कई बड़े मंदिरों से कुछ ही दूरी पर मीट की दुकानें मौजूद हैं। इन रास्तों से गुजरने वाले श्रद्धालुओं को उपवास के दौरान अशुद्धता का अनुभव होता है। इसी वजह से इन दुकानों को बंद करने की मांग धार्मिक आस्था और श्रद्धालुओं की भावनाओं से जुड़ा हुआ विषय है।

पहले भी त्योहारों पर बंद हुई थीं दुकानें

इंदौर नगर निगम ने इससे पहले भी त्योहारों पर मांस की दुकानों को बंद रखने के आदेश जारी किए थे। इस साल 30 मार्च को गुड़ी पड़वा/चेटीचंड, 6 अप्रैल को राम नवमी, 10 अप्रैल को महावीर जयंती और 12 मई को बुद्ध जयंती पर पूरे शहर में मीट की दुकानें बंद रहीं। पिछले वर्ष भी इसी तरह के आदेश लागू किए गए थे।

महापौर की पर्यावरण संरक्षण अपील

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गणेश उत्सव को लेकर शहरवासियों से एक और अपील की है। उन्होंने कहा कि इस बार लोग ‘माटी गणेश अभियान’ को अपनाएं और मूर्तियां मिट्टी से ही बनवाएं ताकि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने सभी गणेश उत्सव समितियों से आग्रह किया कि पंडाल थ्री-आर (Reduce, Reuse, Recycle) के सिद्धांतों पर बनाए जाएं। स्वच्छता और पर्यावरण संदेश देने वाले पंडालों को नगर निगम विशेष सम्मान भी देगा।