इंदौर विजन 2030: सांसद शंकर लालवानी ने मुख्य सचिव अनुराग जैन को सौंपा जीडीपी दोगुनी करने का ब्लूप्रिंट

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कवायद तेज हो गई है। इंदौर की जीडीपी को वर्ष 2030 तक दोगुना करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। स्थानीय सांसद शंकर लालवानी ने इस विजन को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ भोपाल में एक अहम बैठक की।
इस मुलाकात के दौरान सांसद लालवानी ने मुख्य सचिव के सामने ‘इंदौर 2030: डबल जीडीपी का ब्लूप्रिंट’ विषय पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में शहर के आर्थिक विकास, औद्योगिक विस्तार, निवेश की संभावनाओं और रोजगार सृजन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई।
सभी वर्गों से संवाद कर तैयार हुआ रोडमैप
सांसद शंकर लालवानी ने मुख्य सचिव को बताया कि यह ब्लूप्रिंट केवल कागजी दस्तावेज नहीं है, बल्कि इसे तैयार करने में शहर के हर प्रमुख वर्ग की भागीदारी रही है। इस रोडमैप को बनाने के लिए आईआईटी इंदौर और आईआईएम इंदौर जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की मदद ली गई है।
इसके अलावा, औद्योगिक सेक्टर, व्यापारिक संगठनों, टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन, सामाजिक संगठनों और शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से लगातार संवाद किया गया है। इन सभी के सुझावों को शामिल कर एक व्यावहारिक मॉडल तैयार किया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया ‘ठोस और दूरदर्शी प्रयास’
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने प्रेजेंटेशन देखने के बाद इस पहल की सराहना की। उन्होंने इसे एक बेहद ठोस, गंभीर और दूरदर्शी प्रयास बताया। मुख्य सचिव ने कहा कि इंदौर की जीडीपी दोगुनी करने के लिए किया गया यह गहन अध्ययन प्रदेश के अन्य शहरों के लिए भी एक मार्गदर्शक दस्तावेज साबित हो सकता है।
उन्होंने इस प्रयास के लिए सांसद लालवानी को साधुवाद दिया और योजना को और बेहतर बनाने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए।
केवल आंकड़ों का खेल नहीं है यह अभियान
बैठक के बाद सांसद लालवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जीडीपी डबल करने का यह अभियान केवल आर्थिक आंकड़ों तक सीमित नहीं है। इसका मूल उद्देश्य इंदौर को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, निवेश के लिए देश का सबसे पसंदीदा शहर बनाना और आम नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाना है।

“इंदौर की जीडीपी डबल करने का यह अभियान केवल एक आंकड़े तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य इंदौर को आर्थिक रूप से मजबूत, निवेश के लिए आकर्षक और लोगों के लिए बेहतर शहर बनाना है।” — शंकर लालवानी, सांसद, इंदौर

विशेषज्ञों की टीम रही मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में सांसद के साथ विशेषज्ञों की एक टीम भी मौजूद रही। इनमें वरिष्ठ अर्थशास्त्री डॉ. जयंतीलाल भंडारी, समाजसेवी डॉ. अनिल भंडारी, प्रेस्टीज कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. दीपक जारोलिया, चिन्मय मांजरेकर, सांसद सेवा संकल्प से जुड़े अनुराग सिकरवार, अजय जैन तथा आलोक वाणी शामिल थे।
नीतिगत स्तर पर इस विषय को सरकार के शीर्ष स्तर तक पहुंचाने की दिशा में इस बैठक को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।