पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हुए हमले और उनके परिवार के साथ बदसलूकी के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार रात को पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी एमआईसी सदस्य जीतू यादव के समर्थक बताए जा रहे हैं।
घटना का विवरण
घटना के दौरान 30-40 अज्ञात लोगों ने पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हमला किया था। इस दौरान उनके बेटे के कपड़े उतारने जैसी अमानवीय हरकतें की गईं और घर के बाहर लगी नेमप्लेट तोड़ दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पार्षद कालरा की शिकायत पर 40 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस की कार्रवाई
सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पांच आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में ललित गोगड़े, कृष्णा शर्मा, अरुण यादव, विनय जयप्रकाश और नवीन सुरेशचंद्र आर्य शामिल हैं।
इसके अलावा पुलिस ने दीपक जेरिया और नितिन अडगले नाम के दो और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। फुटेज में अन्य आरोपियों की पहचान भी की गई है, जिनमें पिंटू शिंदे, धन्ना राय, बंटी ठाकुर, नवीन शर्मा और अक्षय दुबे के नाम सामने आए हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
घटना के विरोध में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और कुलकर्णी भट्टा क्षेत्र के रहवासी पलासिया चौराहे पर इकट्ठा हुए। उन्होंने पूर्वी क्षेत्र के पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस दोनों पक्षों के खिलाफ मामले दर्ज कर रही है, लेकिन कार्रवाई में भेदभाव हो रहा है।
राजनीतिक विवाद और संगठन की कार्रवाई
भाजपा संगठन ने इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए पार्षद कमलेश कालरा और जीतू यादव दोनों को शोकॉज नोटिस जारी किया था। दोनों पार्षदों ने इस पर जवाब दे दिया है।
इस बीच भाजपा संगठन ने गुरुवार को मामले में एक्शन लेने की संभावना जताई है। पार्टी के भीतर इस विवाद ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
पुलिस इस मामले में गहराई से जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, आरोपियों के यादव के क्षेत्र में लगे होर्डिंग्स में नजर आने की बात भी जांच के दायरे में है।